पवन पांडेय- फोटो-सोशल मीडिया
UP News: उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां लखनऊ एसटीएफ की टीम ने अकबरपुर के बाहुबली पूर्व विधायक पवन पांडेय को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है. उनका मेडिकल कराकर अम्बेडकर नगर जेल भेज दिया गया है. एसटीएफ ने जमीन से जुड़े एक मामले में पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया है. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने धोखाधड़ी व जालसाजी कर करोड़ों की जमीन अपने सहयोगियों के नाम एग्रीमेंट के लिए साजिश रची थी. एक साल पहले इस मामले में धोखाधड़ी और जालसाजी सहित कई धाराओं में मुकदमा अकबरपुर कोतवाली में दर्ज कराया गया था. तो वहीं पुलिस ने इस मामले में विवेचना करने के बाद चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी थी और बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर एसटीएफ मामले की जांच करने में जुट गई थी. उसी के बाद ये बड़ी कार्रवाई की गई है.
शादी वाले दिन हो गई थी बेटे की मौत
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के नासिरपुर बरवा निवासी चम्पा देवी ने कोतवाली अकबरपुर में पूर्व विधायक पवन पांडेय और इनके सहयोगियों के खिलाफ धोखधड़ी कर जमीन का गलत दाम में एग्रीमेंट कराने का आरोप लगाया था. इस मामले में चम्पा देवी ने पवन पांडेय पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके बेटे को नशे का इजेक्शन लगाकर धोखे से एग्रीमेंट करा लिया गया था, नतीजतन जिस दिन बेटे की शादी थी, उसी दिन उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में चम्पा देवी ने ये भी आरोप लगाया था कि फर्जी शादी और फर्जी लड़की को बेटे की पत्नी के रूप में प्रस्तुत कर जमीन हथियाने की साजिश रची गई थी. हालांकि तत्कालीन समय में इस मामले में अन्य कई आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन पूर्व विधायक पवन पांडेय अपने रसूख के चलते बचे हुए थे. फिलहाल एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देर शाम पवन पांडेय को उनके आवास से उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
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बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में भी दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें कि पूर्व विधायक पवन पांडेय की छवि दबंगों वाली है. बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में भी पवन पांडेय पर मुकदमा दर्ज हुआ था. वह 1991 में अकबरपुर विधानसभा से शिवसेना से विधायक बने थे लेकिन बाद में अकबरपुर सीट से कई बार उन्होंने निर्दलीय और लोजपा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. वह सुल्तानपुर जनपद से लोकसभा का भी चुनाव लड़ चुके है लेकिन उनको इसमें भी हार मिली थी. तो वहीं बाबरी मस्जिद मामले में सीबीआई ने उनके विरुद्ध आरोपपत्र भी दाखिल किया था. फिलहाल वर्तमान में पूर्व विधायक पवन पांडेय के भाई राकेश पांडेय जलालपुर सीट से सपा विधायक हैं, जबकि भतीजा रीतेश पांडेय अंबेडकरनगर से बीएसपी से सांसद है. तो वहीं उनके बड़े बेटे प्रतीक पांडेय ने बीते विधानसभा चुनाव में कटेहरी विधान सभा क्षेत्र से बसपा से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार ही मिली थी. खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पवन पांडेय के ऊपर 4 दर्जन से अधिक हत्या, लूट व अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं.
-भारत एक्सप्रेस