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पूर्व HAL प्रमुख RK त्यागी पर शिकंजा, एयरपोर्ट एंट्री पास के गलत इस्तेमाल का आरोप

पूर्व HAL आर के त्यागी पर कसा शिकंजा

पूर्व HAL आर के त्यागी पर कसा शिकंजा

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और पवन हंस हेलीकॉप्टर्स के उच्च अधिकारी ने  कथित तौर पर कुछ सबुतों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके एयरोड्रम एंट्री परमिट (एयरपोर्ट एंट्री पास-एईपी) प्राप्त किया है. मीडिया हाउस ‘कालचक्र’ द्वारा ट्विटर पर मामले का खुलासा करने के बाद नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) हरकत में आया और 9 नवंबर 2022 को एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर सोसायटी से तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है.

डॉ. त्यागी ने जारी किया गलत विवरण

पूर्व HAL डॉ. त्यागी ने अपने रोजगार का गलत विवरण देकर एईपी प्राप्त किया है. अपने आवेदन पत्र (कालचक्र के साथ प्रतिलिपि) में उन्होंने अपने नियोक्ता के रूप में भारतीय वैमानिकी सोसायटी का उल्लेख किया है और सोसायटी के अध्यक्ष के रूप में अपने पद का उल्लेख किया है. आरोप है कि उन्होंने धोखे से 2019 में प्रेसिडेंट एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के रूप में ‘ऑल एयरपोर्ट ऑल टर्मिनल पास’ जारी किया, जो 19 दिसंबर 2022 तक ही मान्य है. (कालचक्र के साथ मौजूदा पास की कॉपी)

जारी हुआ कारण बताओ नोटिस

विशेषज्ञों की मानें तो  यह एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन है, क्योंकि वह या निजी सोसायटी में काम करने वाला कोई अन्य व्यक्ति, किसी भी एयरपोर्ट एंट्री पास का हकदार नहीं है. सोसायटी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि निजी तौर पर काम करने वाले या सेवानिवृत्त किसी भी सदस्य को सोसायटी के इशारे पर कभी भी एईपी नहीं मिला है. त्यागी ने MoCA और BCAS में लोगों को प्रभावित करके इसे हासिल किया. जो लोग समाज के सदस्य हैं और नागरिक उड्डयन मंत्रालय या किसी एयरलाइन में अपनी सेवा के दौरान, उनके पास उनकी कार्य स्थिति के आधार पर एईपी है. इसी सिलसिले में एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर सोसायटी से तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है.

हालांकि, इन लोगों ने सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों या एयरलाइनों से सेवानिवृत्ति के बाद एईपी को सरेंडर कर दिया है.

कालचक्र के ट्वीट के जरिए बीसीएएस अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के बाद सोसायटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. सूत्रों के मुताबिक, बीसीएएस के अधिकारी इस मामले की भी जांच कर रहे हैं कि एक अपात्र व्यक्ति को यह पास कैसे जारी किया गया. यह देखने के लिए इंतजार करना होगा कि बीसीएएस नियमों के अनुसार दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई कब शुरू करेगा.

 

 

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