ज्ञानवापी सर्वे (फोटो-सोशल मीडिया)
Gyanvapi ASI Survey: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में चल रहे एएसआई सर्वे में जो भी साक्ष्य मिले हैं, उनको सुरक्षित रख लिया गया है. खबर सामने आ रही है कि, सोमवार को जिला अदालत द्वारा दिए गए आदेश के बाद सभी साक्ष्यों की गणना करते हुए उन्हें क्रमबद्ध तरीके से जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है और इसी के बाद जिला प्रशासन द्वारा वाराणसी के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कोषागार के डबल लॉकर में साक्ष्य को सुरक्षित रख लिया गया है. वहीं वाराणसी कोर्ट ने एएसआई को 17 नवंबर तक ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण के बारे में अपनी रिपोर्ट कोर्ट में जमा करने का निर्देश दिया है.
सर्वे के मामले में अधिवक्ता सुभाष चंदन चतुर्वेदी ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि, सभी कानूनी कार्यवाही और दलीलें साक्ष्य व सबूत के आधार पर ही पूर्ण की जाती हैं. इसलिए आवश्यक है कि सर्वे के दौरान मिले सभी साक्ष्य और सबूत को सुरक्षित स्थान पर रख दिया जाए. इसी के साथ उन्होंने साक्ष्यों को लेकर बताया कि,” जिला न्यायालय के आदेश के अनुसार साक्ष्य की गणना हुई, उसके बाद क्रमबद्ध तरीके से एडीएम प्रोटोकॉल की प्रशासनिक टीम को इसे सौंप दिया गया. उन्होंने आगे बताया कि, सभी साक्ष्यों को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित कोषागार के डबल लॉकर में रखा गया है.
रात में पूरा किया गया साक्ष्यों के रखने का काम
अधिवक्ता सुभाष चंदन चतुर्वेदी ने सर्वे के दौरान क्या-क्या मिला के सवाल पर मीडिया को जानकारी दी कि, सर्वे के दौरान खंडित मूर्तियां, चिह्न, आकृतियां, दरवाजे और घड़े के टुकड़े सहित अन्य सामग्रियां मिली हैं, जिनको डबल लॉकर में रख दिया गया है. उन्होंने आगे बताया कि, इस तरह से वाराणसी के जिला जज डॉक्टर अजय कृष्ण के आदेश पर एएसआई सर्वे द्वारा प्राप्त सभी साक्ष्य को सुरक्षित रखने की कार्यवाही को पूर्ण कर लिया गया है. अधिवक्ता ने बताया कि साक्ष्यों को रखने के काम को लेकर बताया कि, भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोषागार के एक डबल लॉकर रूम में साक्ष्यों को रखने का काम रात तक पूरा कर लिया गया. इस मौके पर एएसआई टीम के साथ-साथ पक्षकार, उनके अधिवक्ता और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
-भारत एक्सप्रेस
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