कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो
Khalistani Elements In Canada: कनाडा में भारत के खिलाफ लगातार बढ़ती गतिविधियों को लेकर वहां के राजनेताओं ने नाराजगी जताई है. हिंदू मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ और खालिस्तान समर्थक तत्वों पर कार्रवाई न होने पर निराशा व्यक्त की है. कनाडा-इंडिया फाउंडेशन ने देश के राजनेताओं से अपनी चुप्पी तोड़ने और इन कट्टरपंथियों पर लगाम लगाने को कहा है.
कनाडा-इंडिया फाउंडेशन ने लिखा पत्र
रिपोर्ट के मुताबिक, राजनेताओं की ओर से सरकार को पत्र लिखा गया है. जिसमें कहा गया है कि इससे पहले देर हो जाए, इन मामलों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. शीर्ष भारतीय-कनाडाई वकालत संस्था ने लिखे गए पत्र में ये भी कहा है कि ” हिंसा में विश्वास रखने वाले चरमपंथियों के एक समूह की ओर से हमारे समुदाय को जारी की गई धमकियों ने हाल ही में खतरनाक रूप ले लिया है. ऐसे ही एक स्वयंभू चरमपंथी नेता ने कनाडाई लोगों को नवंबर के महीने में एयर इंडिया से यात्रा न करने की चेतावनी जारी की थी, लेकिन इस खतरे को मीडिया और सरकार की तरफ से नजरअंदाज कर दिया है. जो आश्चर्यचकित करने वाला है.
“राजनीतिक नेता इस गंभीर मुद्दे पर नहीं बोल रहे हैं”
कनाडा-इंडिया फाउंडेशन ने पत्र में आगे लिखा है कि “हम अधिक निराश हो चुके हैं. हमारे राजनीतिक नेता इस गंभीर मुद्दे पर नहीं बोल रहे हैं. आतंकवाद और अन्य खतरों से निपटने के लिए एक तरह से सेलेक्टिव नजरिया इस दुनिया को सुरक्षित जगह नहीं बना पाएगा. इसलिए इस चुप्पी से आखिर में नुकसान ही होने वाला है.”
इन मंदिरो पर चरमपंथियों ने किया हमला
पत्र में मंदिर पर हुए हमलों का भी जिक्र किया गया है. जिसमें हाल ही में हुए मिसिसॉगा में राम मंदिर, रिचमंड हिल में विष्णु मंदिर, टोरंटो में बीएसपीएस स्वामीनारायण मंदिर, सर्रे में लक्ष्मी नारायण मंदिरों में तोड़फोड़ की गई. संस्था ने कहा कि मंदिरों पर हमले धर्म की स्वतंत्रता पर हमला माना जाएगा. ये जो हो रहा है बहुत खतरनाक प्रवृत्ति है.
कनाडा-इंडिया फाउंडेशन ने कहा कि कि चरमपंथियों ने अब हिंदुओं को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है. उन्हें कनाडा छोड़ने के लिए धमकाया जा रहा है. मिसिसॉगा के कालीबाड़ी मंदिर में 25 नवंबर को हुई एक घटना का जिक्र किया है. जिसमें बताया बताया गया है कि भारतीय राजनयिक कर्मचारियों को मिल रहीं धमकियैां भारत और कनाडा समुदायों को प्रभावित करेंगी, जिससे दोनों देशों के संबंधों पर भी असर पड़ेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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