पोलैंड में गिरी मिसाइल
पोलैंड में गिरी मिसाइल को लेकर रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. मिसाइल गिरने के बाद दो लोगों की मौत हो गई थी जिसको लेकर रूस की आक्रामक नीति निशाने पर है. हालांकि, क्रेमलिन ने दो टूक कह दिया है कि पोलैंड सीमा पर गिरी मिसाइल रूस की नहीं है. दूसरी तरफ, नाटो प्रमुख का बयान आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पोलैंड में गिरी मिसाइल संभवत: यूक्रेन की मिसाइल थी.
बीबीसी से बात करते हुए नाटो प्रमुख ने कहा कि अधिक संभावना है कि यह एक यूक्रेनी वायु रक्षा मिसाइल है. उनकी यह टिप्पणी यूक्रेन से लगी पोलैंड की सीमा से 6 किमी दूर प्रेजवोडो में एक खेत में मंगलवार रात हुए विस्फोट की जांच जारी रहने के बीच आई है। स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि नाटो ने यूक्रेन को अधिक उन्नत वायु रक्षा प्रणाली की आपूर्ति करने के जवाब में वादा किया था, जो गठबंधन का सदस्य नहीं है, लेकिन व्यापक सैन्य सहायता प्राप्त करता है.
उन्होंने कहा, “आज मैंने यूक्रेन के लिए एक सहायता समूह की बैठक में भाग लिया जहां नाटो सहयोगियों और साझेदारों ने अधिक उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों के लिए नए वादे किए, ताकि हम रूसी मिसाइलों को मार गिराने में मदद कर सकें. लेकिन भविष्य में इस तरह की किसी भी घटना को रोकने का सबसे अच्छा तरीका रूस के लिए युद्ध को रोकना है. हमारे पास कोई संकेत नहीं है कि यह रूस की ओर से जानबूझकर किया गया हमला है.”
पुतिन और रूस लड़ना बंद कर देते हैं तो शांति होगी- नाटो प्रमुख
हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसके लिए रूस भी जिम्मेदार है, क्योंकि ऐसा नहीं होता अगर रूस ने कल यूक्रेनी शहरों के खिलाफ मिसाइल हमले न किए होते. मॉस्को और कीव के बीच शांति वार्ता की संभावना के बारे में पूछे जाने पर स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि पिछले प्रयासों से पता चलता है कि रूस के पुतिन की समझौता व बातचीत करने की कोई इच्छा नहीं है. नाटो प्रमुख ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि अगर पुतिन और रूस लड़ना बंद कर देते हैं तो शांति होगी लेकिन अगर जेलेंस्की और यूक्रेन लड़ना बंद कर देते हैं, तो यूक्रेन एक स्वतंत्र संप्रभु राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में नहीं रहेगा.
– –आईएएनएस/IANS
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