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रूस-यूक्रेन युद्ध में रूस ने बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों को नौकरी और नागरिकता का लालच देकर सेना में भर्ती किया है, जिससे कई देशों के नागरिक जंग में फंस गए हैं. भारत सहित कई देशों ने अपने नागरिकों की सुरक्षा और वापसी की माँग उठाई है.

अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति के बीच बातचीत शुरू, यूक्रेन ने 30 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार किया, लेकिन क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करेगा.

रूस ने यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र पर भीषण हमला किया, जिसमें 14 से अधिक लोग मारे गए और 30 से ज्यादा घायल हुए. ट्रंप के पुतिन समर्थन और अमेरिकी मदद रोकने के बाद रूस के हमले और तेज हो गए हैं.

रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा, "पहली बार ट्रंप ने कोकेन के जोकर को उसके मुंह पर सच बताया. कीव शासन तीसरे विश्व युद्ध के साथ खेल रहा है और नाशुक्र सुअर को अपने मालिकों से जोरदार तमाचा मिला. यह उपयोगी है. लेकिन यह पर्याप्त नहीं है.

अमेरिका ने यूक्रेन मसले पर रूस के खिलाफ लाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का विरोध किया. पहली बार अमेरिका और इजराइल ने रूस के पक्ष में मतदान किया, जबकि यूरोपीय देशों ने निंदा की. पढिए पूरी खबर-

एक्स पर एक वीडियो शेयर करने के साथ जेलेंस्की ने कहा, "रूसियों ने जापोरिज्जिया पर बम बरसाए. यह शहर पर जानबूझकर किया गया हमला था.

डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाल ही में यूक्रेन में युद्धविराम की मांग की थी. उन्होंने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रूथ सोशल' पर पोस्ट करते हुए कहा था कि यूक्रेन में तुरंत सीजफायर होना चाहिए.

रूस के पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र में कीव द्वारा किए गए मिसाइल हमले में सैकड़ों उत्तर कोरियाई सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है. न्‍यूज एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट में बताया गया कि उत्तर कोरिया के हजारों सैनिक युद्ध लड़ने यूक्रेन बॉर्डर पर पहुंचे थे.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की लंबे समय से यह मांग करते आए हैं कि रूस के अंदर लक्ष्यों को भेदने के लिए कीव को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएसीएमएस) का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए. एटीएसीएमएस 300 किमी मारक क्षमता है.

BRICS Summit में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समय महंगाई को रोकना... खाद्य, ऊर्जा, स्वास्थ्य और जल सुरक्षा सुनिश्चित करना, प्राथमिकता के मामले हैं.