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Secret of Mehandipur Balaji: क्या है मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य, प्रेतराज सरकार और भैरो बाबा भी हैं मौजूद

राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर कई रहस्यों को समेटे हुए है. राज्य के दौसा जिले के पास में स्थित इस मंदिर में अपने कष्टों का निवारण करने भक्त, देश के कोने-कोने से चले आते हैं.

mehandipur balaji

राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी मंदिर

Secret of Mehandipur Balaji: राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर कई रहस्यों को समेटे हुए है. राज्य के दौसा जिले के पास में स्थित इस मंदिर में अपने कष्टों का निवारण करने भक्त, देश के कोने-कोने से चले आते हैं. मंदिर में होने वाले चमत्कार यहां आने वाले श्रद्धालुओं को आज भी आश्चर्य से भर देते हैं. जिले के पास दो पहाडियों के बीच बसे मेहंदीपुर बालाजी के इस मंदिर के बारे में माना जाता है कि भूत-प्रेत और हर तरह की बाधाओं को भगवान बालाजी दूर करते हैं.

भोग से उपरी सायों से मुक्ति

अगर आप मेंहदीपुर बलाजी के दरबार मे जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि यहां चढ़ाया गया प्रसाद घर पर लेकर नहीं आते हैं. क्योंकि यहां लगाए जाने वाले भोग में वह शक्ति है जिसे खाकर भूत-प्रेत जैसी बाधाओं से ग्रस्त व्यक्ति का व्यवहार अचानक से बदल जाता है और वह उल-जलूल हरकतें करने लगता है. हनुमान जी का रूप माने जाने वाले बालाजी को यहां लड्डू चढ़ाने का रिवाज है तो यहां मौजूद प्रेतराज को चावल का भोग लगाया जाता है. मंदिर में भैरों बाबा का भी स्थान हैं. जिन्हें प्रसाद में उड़द का भोग लगता है. यहां लगने वाले भोग को आप मंदिर के बाहर नहीं ले जा सकते. यहां तक की घर पर भी नहीं. इसके अलावा यहां से किसी दूसरी चीज के ले जाने पर भी मनाही है. ऐसा करने पर नकारात्मक शक्तियां भी उनके साथ चली जाती हैं.

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क्या है बालाजी की छाती से जुड़ा यह रहस्य

मेहंदीपुर के बालाजी महाराज की मूर्ति में एक छेद बना हुआ है, जो उनकी छाती में बायीं ओर है. इससे निरंतर जल की एक धारा बहती रहती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इसे मेहंदीपुर महाराज का पसीना माना जाता है. बालाजी महाराज की मूर्ती के ठीक सामने ही भगवान श्रीराम और माता सीता की भी मूर्ती है. यहां हनुमान जी बाल रूप में उपस्थित रहते हैं.

यहां आने से पहले करें इनका त्याग

अगर आप अपने कष्टों के समाधान के लिए मेहंदीपुर बालाजी जाने की योजना बना रहे हैं तो यहां आने से पहले ही अपनी दिनचर्या में आपको सात्विक आहार को शामिल करना होगा. इस नियम का पालन आपको कम से कम एक सप्ताह पहले ही शुरु करना होगा. आहार में मांसाहार के अलावा लहसुन, प्याज और शराब का सेवन भी बंद करना होगा.

 



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