शंभू बॉर्डर पर सब इंस्पेक्टर की मौत
किसानों के दिल्ली चलो प्रदर्शन को लेकर शंभू बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं. इसी बीच पानीपत जीआरपी में तैनात एक सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत हो गई. जिसका खरखौदा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वह पानीपत की समालखा चौकी पर तैनात थे. किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद शंभू बॉर्डर पर फोर्स के साथ गए थे. जहां पर अचानक उनकी तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई.
तबीयत खराब होने के बाद मौत
सब इंस्पेक्टर हीरालाल की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया. हीरालाल 52 वर्ष के थे, परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन दिन पहले समालखा चौकी से अंबाला भेजा गया था. वहीं से उन्हें शंभू बॉर्डर पर भेजा गया था. जहां पर अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें गुरुवार (15 फरवरी) को अंबाला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
किसान कर रहे प्रदर्शन
गौरतलब है कि किसान एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग करते हुए दिल्ली चलो का आह्वान किया था. जिसके बाद हरियाणा-पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें पुलिस ने वहीं पर रोक दिया है. किसान जिद पर अड़े हैं कि वो तबतक अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे.
किसान की हार्ट अटैक से मौत
शंभू बॉर्डर पर बीते दिन एक किसान की भी मौत हो गई थी. अधिकारियों का कहना था कि प्रदर्शन के दौरान शंभू बॉर्डर पर किसान ज्ञान सिंह का हार्ट अटैक आने से मौत हो गई. ज्ञान सिंह के सीने में अचानक दर्द होने के बाद पटियाला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले किसान ज्ञान सिंह दो दिन पहले ही दिल्ली चलो आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. आंदोलन का मुख्य उद्देश्य एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग के अलावा और भी कई मांगों पर अड़े हैं. सरकार के साथ कई दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है.
-भारत एक्सप्रेस