फोटो-सोशल मीडिया
Israel: गाजा के एक अस्पताल पर इजरायली सेना द्वारा हवाई हमला किए जाने की खबर के बाद चार लोगों की मौत होने की खबर सामने आ रही है. इसी के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस (Dr. Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने दुख व्यक्त किया है.
बीते 18 मार्च को गाजा के अस्पताल पर हमला होने के बाद उनकी ये प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने अस्पताल पर हुए हमले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि अस्पताल पर जब से हमला हुआ है, तब से वहां हालात बेहद खराब हैं. इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि अपना दुख व्यक्त करने के लिए उनके पास शब्द ही नहीं है.
डायपर, यूरिन बैग तक नहीं
WHO प्रमुख ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दावा करते हुए कहा है कि अस्पताल परिसर में 107 मरीज ठहरे हुए हैं, जिनके पास जरूरी चीजों की भारी कमी है. उन्होंने ये भी दावा किया है कि स्वास्थ्य सहायता, मेडिकल देखभाल, सप्लाई की भारी कमी है.
WHO चीफ ने अपनी पोस्ट में ये भी दावा किया है कि “अस्पताल में खाना काफी सीमित बचा है और हर 15 मरीजों पर सिर्फ एक बोतल पानी ही शेष रह गया है.” उन्होंने इस हालत को डायबिटीज जैसे मरीजों के लिए खतरनाक बताया है. इस पोस्ट में आगे उन्होंने कहा है कि अस्पताल के मरीजों में से चार बच्चों और 28 अन्य की हालत गंभीर है और लोग बुनियादी चीजों जैसे डायपर, यूरिन बैग और यहां तक कि पानी की भी कमी झेल रहे हैं.
टेड्रोस ने की ये अपील
इसी के साथ ही टेड्रोस ने इजरायल से तुरंत सीजफायर करने की अपील की है. उन्होंने पोस्ट मेमं लिखा है कि ‘हम फिर दोहराते हैं कि सीजफायर के लिए हर पल कीमती है.’ इसी के साथ ही उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा कि ‘उनके पास इस पूरे दुख को व्यक्त करने के लिए शब्द ही नहीं हैं.’
इजरायल ने किया ये दावा
बता दें कि गाजा में अल अक्सा अस्पताल ही आखिरी अस्पताल है, जो गाजा में संचालित हो रहा है. हालांकि अभी तक इस्लामिक जिहाद की तरफ से इस्राइल द्वारा किए गए किसी तरह के हवाई हमले को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है. तो वहीं इजरायली सेना ने दावा किया है कि हवाई हमले में उसने इस्लामिक जिहाद के ठिकाने के निशाना बनाया है. सेना ने ये भी दावा किया है कि इस हमले में इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठन के चार आतंकी मारे गए हैं. तो वहीं अस्पताल प्रशासन ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है कि अस्पताल परिसर का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. अस्पताल प्रशासन ने साफ तौर पर कहा है कि अस्पताल से किसी तरह की आतंकी गतिविधि नहीं की जा रही थी. बता दें कि इस्लामिक जिहाद, हमास का सहयोगी संगठन है.