Bharat Express

भारत आएंगे एलन मस्क, कहा- ‘मैं PM मोदी से मिलने के लिए उत्सुक’, यहां खुलेगी टेस्ला की फैक्ट्री

दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलन मस्क जल्द ही पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. मस्क से कुछ दिन पहले बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी.

Elon Musk Suported India for UNSC:

एलन मस्क और पीएम मोदी.

Alon Musk visit To India: दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शामिल एलन मस्क, जल्द ही पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. मस्क से कुछ दिन पहले बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी से भेंट की थी और उनका इंटरव्यू लिया था. अब अमेरिकी कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपनी भारत यात्रा की पुष्टि करते हुए कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जल्द मिलने के लिए उत्सुक हैं.

मस्क ने X.com हैंडल पर इस बारे में जानकारी देते हुए पोस्ट किया, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के लिए उत्सुक हूं!” पिछले साल जून में भी पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान एलन मस्‍क ने उनसे मुलाकात की थी.

टेस्ला के पहले प्लांट की हो सकती है घोषणा

सूत्रों के मुताबिक, मस्क अपनी पहली भारत यात्रा पर देश में टेस्ला के पहले प्लांट की घोषणा कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्क 22 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे. भारत में टेस्ला के पहली बार आगमन की घोषणा करने के अलावा, मस्क द्वारा देश के लिए ऑटोमोबाइल से जुड़ी योजनाओं का खुलासा करने की भी उम्मीद है. हालांकि, मस्क की भारत यात्रा के अंतिम एजेंडे की पुष्टि होना अभी बाकी है. पहले यह बताया गया था कि टेस्ला के अधिकारी एक विनिर्माण संयंत्र के लिए भारत में संभावित स्थलों की खोज कर रहे थे, जिसके लिए लगभग 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की आवश्यकता का अनुमान है. भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने में टेस्ला की रूचि इन दिनों काफी बढ़ गई है.

महाराष्ट्र और गुजरात राज्य सरकारों ने टेस्ला को की यह पेशकश

सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्य सरकारों ने कथित तौर पर इस उद्देश्य के लिए टेस्ला को आकर्षक भूमि की पेशकश की है, जो भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी परिदृश्य में महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत है. 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक के अनुमानित निवेश के साथ प्रस्तावित विनिर्माण संयंत्र का लक्ष्य टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहनों की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मांग को पूरा करना है. यह कदम भारत की नई ईवी नीति के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देना और कार्बन उत्सर्जन को कम करना है.

अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए काफी संभावनाएं

सरकार की ईवी योजना के तहत, जिसका उद्देश्य भारत को उन्नत तकनीक से लैस ईवी के लिए पसंदीदा विनिर्माण गंतव्य के रूप में स्थापित करना है, कई प्रमुख उद्देश्यों को रेखांकित किया गया है. इनमें वैश्विक ईवी निर्माताओं से निवेश आकर्षित करना, भारतीय उपभोक्ताओं के बीच उन्नत ईवी तकनीक को अपनाने को बढ़ावा देना और देश की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देना शामिल है. इसके अलावा, टेस्ला का भारतीय बाजार में प्रवेश देश की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए काफी संभावनाएं रखता है.

इसे भी पढ़ें: QS रैंकिंग में IIM अहमदाबाद विश्व के प्रमुख 25 संस्थानों में तो JNU देश की टॉप यूनिवर्सिटी, जानें भारत के अन्य शैक्षणिक संस्थानों का हाल

एक विनिर्माण संयंत्र की स्थापना और भारत से ऑटो पार्ट्स की खरीद में वृद्धि से रोजगार पैदा होने, आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने और घरेलू विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत होने की उम्मीद है.



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read