उपचुनाव (फोटो फाइल)
Mainpuri Election 2022: मैनपुरी उपचुनाव की लड़ाई मैं जनता ने अपना वोट दे दिया है अब बीजेपी और समाजवादी के प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम (EVM) में कैद है और जल्दी ही इसका पता भी चल जाएगा कि मैनपुरी में बाजी किसके हाथ लग रही है. क्योंकि अब उपचुनाव के नतीजे आने में ज्यादा समय नहीं बचा हुआ है. 8 दिसंबर यानी गुरुवार को नतीजे सामने आएंगे. लेकिन उससे पहले समाजवादी पार्टी ने ईवीएम की पहरेदारी शुरू कर दी है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता EVM की सुबह, शाम और रात पहरेदारी कर रहे हैं.
EVM नवीन मंडी स्थित स्ट्रोंग रुम में रखी हुई है. सपा की तरफ से प्रशासन पर कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए गए थे. सपा को डर सता रहा है कि कहीं ईवीएम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो जाए इसके चलते वो इसकी पहरेदारी कर रहे हैं. सपा ने आरोप लगाया था कि प्रशासन उनकी नहीं सुन रहा है वो बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है.
EVM की पहरेदारी में जुटे कार्यकर्ता
एक तरफ EVM की सुरक्षा के लिए पुलिसबल और कई सुरक्षाकर्मी तैनात है तो वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने जसवंतनगर विधानसभा की ईवीएम (EVM) की निगरानी के लिए सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव को जिम्मेदारी मिली है, अखिलेश यादव ने खुद उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है. अंशुल यादव ने भी अपनी तीन टीमें भी पहरेदारी के लिए लगा रखी है.
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8-8 घंटों की शिफ्ट कर रहे है कार्यकर्ता
जिस तरह से पुलिसकर्मी और सुरक्षाकुर्मी ईवीएम (EVM) की सुरक्षा के लिए अपनी ड्यूटी कर रहे हैं वहीं सपा कार्यकर्ता भी उनके साथ-साथ 8-8 घंटे घंटे की शिफ्ट कर रहे हैं. खबरों के मुताबिक कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों के भी लोग मौजूद हैं. उन्होने कहा कि अभी तक तो ईवीएम बिल्कुल सुरक्षित है. हम लोग ईवीएम की निगरानी कर लोकतंत्र को सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं जब ईवीएम सुरक्षित रहेगी तभी लोकतंत्र भी सुरक्षित रह पाएगा.
उत्तरप्रदेश के उपचुनावों में सबसे ज्यादा ज्यादा सियासी गर्मी मैनपुर लोकसभा सीट पर है क्योंकि मुलामय सिंह के जाने के बाद ये पहला चुनाव है और सपा इसको जीतकर नेताजी की विरासत को बचाने में कामयाब होगी.
– भारत एक्सप्रेस
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