आतंकियों ने लड़कियों के स्कूल में केरोसिन डालकर आग लगाई
Terror Attacks In Pakistan: कभी आतंकवादियों के पालन-पोषण के लिए कुख्यात रहा पाकिस्तान अब खुद आतंकवादियों के हमलों से करहा रहा है. पाकिस्तान में ही पनपे आतंकवादी कभी उसके सैन्य ठिकानों पर बम विस्फोट करते हैं तो कभी स्कूली बच्चों को निशाना बनाते हैं. उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में बीते एक महीने में तीसरे स्कूल पर हमला हुआ है.
अब आतंकियों ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के नजदीक उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र में लड़कियों के स्कूल में केरोसिन डालकर आग लगाई है. पाकिस्तानी पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को आज ये जानकारी दी. पुलिस अधिकारी रेहान खान ने बताया कि सुदूर क्षेत्र में यह वारदात बुधवार रात को अंजाम दी गई.
अलकायदा और तालिबान का मुख्यालय रहा वजीरिस्तान
गौरतलब हो कि पाकिस्तान में उत्तरी वजीरिस्तान लंबे समय तक अलकायदा और तालिबान का मुख्यालय रहा था. आतंकवादी जब पाकिस्तान में ही हमले करने लगे तो वर्ष 2014 में पाक सेना द्वारा उन्हें वहां से खदेड़ा गया था. पाकिस्तानी तालिबान एक ऐसा समूह है, जो अपने अफगान समकक्षों की तरह ही इस्लाम की कट्टर विचारधारा का पालन करता है. इस आतंकवादी संगठन ने अतीत में भी लड़कियों के स्कूलों पर बमबारी की है.
स्वात में सैकड़ों लड़कियों के स्कूलों पर की गई थी बमबारी
उत्तरी वजीरिस्तान में 2007 से 2009 के बीच जब पाकिस्तानी तालिबान का शासन था, तब वजीरिस्तान और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई के गृह नगर स्वात में सैकड़ों लड़कियों के स्कूलों पर बमबारी की गई थी.
बहरहाल, कई वर्षों के बाद हुए हमलों ने लोगों में यह डर पैदा कर दिया है कि 2014 की तरह ही आतंकवादी फिर से छात्रों को निशाना बना सकते हैं. 2014 में एक सैन्य-संचालित संस्थान में लगभग 150 बच्चों की हत्या कर दी गई थी.
इससे पहले (18 मई को) आतंकियों ने खैबर पख्तूनख्वा में दक्षिण वजीरिस्तान की वाना तहसील में लड़कियों के स्कूल को बम से उड़ा दिया था. इस स्कूल को बनाने का काम चल ही रहा था कि यह दहशतगर्दों के निशाने पर आ गया. इससे पहले (9 मई को) उत्तरी वजीरिस्तान के शेवा शहर में इस्लामिया गर्ल्स स्कूल को निशाना बनाकर उस पर पर बमबारी की गई थी.
— भारत एक्सप्रेस
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