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Paris Olympic 2024: पदकों की हैट्रिक से चूकने के बाद मनु भाकर ने साझा किया अपनी दोहरी कांस्य पदक जीत का अनुभव

मनु ने जियोसिनेमा से बात करते हुए साझा किया कि कैसे वह पेरिस 2024 में अपनी दोहरी कांस्य पदक जीत और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में चौथे स्थान के साथ इतिहास रचने के बाद आगे की यात्रा के लिए उत्सुक हैं.

मनु भाकर

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर लगातार तीसरा ओलंपिक पदक जीतने से चूक गईं. शनिवार को हुए 25 मीटर पिस्टल महिला फाइनल में वह 28 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं. 22 वर्षीय मनु ने स्वीकार किया कि वह फाइनल में काफी नर्वस हो गईं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकीं. मनु शुरुआत में पूर्व विश्व रिकॉर्ड धारक हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ तीसरे स्थान पर थीं, लेकिन शूट-ऑफ में दो अंक गंवाने के कारण वह कांस्य पदक से चूक गईं.

मनु ने जियोसिनेमा से की बात

मनु ने जियोसिनेमा से बात करते हुए साझा किया कि कैसे वह पेरिस 2024 में अपनी दोहरी कांस्य पदक जीत और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में चौथे स्थान के साथ इतिहास रचने के बाद आगे की यात्रा के लिए उत्सुक हैं. मनु ने कहा, “फाइनल में मैं बहुत नर्वस हो गई थी. हालांकि मैंने हर शॉट पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की, लेकिन चीजें मेरे पक्ष में नहीं रहीं. अगला मौका जरूर आएगा और मैं उसका इंतजार कर रही हूं. मैं शांत रहने और अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन यह काफी नहीं था. मैं दो पदक जीतकर खुश हूं, लेकिन चौथा स्थान अच्छा नहीं है.” इस इवेंट में दक्षिण कोरिया की यांग जिन ने शूट-ऑफ में 4-1 से जीतकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि फ्रांस की कैमिल जेद्रेजेव्स्की रजत पदक विजेता रहीं.

जब मनु से पूछा गया कि क्या सोशल मीडिया के दबाव ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया, तो उन्होंने जवाब दिया, “ईमानदारी से, मैं सोशल मीडिया से दूर रही हूं. मैं बिल्कुल भी फोन चेक नहीं कर रही थी. ज्यादातर प्रतियोगिताओं में मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन आज ऐसा नहीं हो सका.”

मनु ने अपने समर्थकों और शुभचिंतकों का जताया आभार

मनु ने टोक्यो 2020 की निराशा के बाद पेरिस 2024 में अपनी सफलता पर विचार किया – “पर्दे के पीछे बहुत कड़ी मेहनत चल रही थी. मैं यहां हूं लेकिन बहुत सारे लोग कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि मैं पोडियम तक पहुंच सकूं और इसलिए भारत पदक जीत पाया है. मुझे बहुत खुशी है कि मेरी पूरी टीम मेरा समर्थन करने के लिए वहां मौजूद थी. यह बहुत अच्छा रहा और मैं उनमें से प्रत्येक को, OGQ टीम, SAI टीम, पूरा मंत्रालय, और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, जिन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाला, मेरे कोच, जसपाल सर, मेरे माता-पिता, मेरा परिवार, मेरे दोस्त, और रेंज पर सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद देना चाहती हूं. मैं आपमें से प्रत्येक की बहुत आभारी हूं और मैं आप सभी से बहुत प्यार करती हूं. भारत के लिए उत्साह बनाए रखें और अगली बार, शायद हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे.”

ओलंपियन ने अपनी मां के लिए एक भावनात्मक संदेश साझा किया, “आपके द्वारा किए गए सभी बलिदानों के लिए धन्यवाद, जिसके कारण मैं इतने सारे लोगों की छाया से बाहर निकलने में सक्षम हुई. मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं, मुझे आशा है कि आपके पास एक अच्छा, स्वस्थ और लंबा जीवन हो ताकि आप यथासंभव कई वर्षों तक मेरे साथ रह सकें.”

मनु के लिए ऐतिहासिक रहा पेरिस ओलंपिक

ओलंपिक में मनु भाकर के सभी इवेंट्स खत्म हो गए हैं. उन्होंने कहा, “सबसे पहले तो मैं लंच करूंगी क्योंकि इन दिनों मुझे लंच नहीं मिल पा रहा था. मैं नाश्ता करती थी और पूरा दिन रेंज पर बिताती थी. शाम को खा पाती थी. अब और मेहनत करूंगी.” मनु भाकर से पहले किसी भी भारतीय निशानेबाज ने एक ही ओलंपिक में एक से अधिक फाइनल में जगह नहीं बनाई थी, और सिर्फ अभिनव बिंद्रा ही तीन ओलंपिक में भारत के लिए तीन शूटिंग फाइनल में पहुंचे थे.

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल (सरबजीत सिंह के साथ) स्पर्धाओं में भारत के लिए कांस्य पदक जीते थे. वह देश के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं, और साथ ही एक ही ओलंपिक में एक से अधिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं.

-भारत एक्सप्रेस



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