भारतीय हॉकी खिलाड़ी अभिषेक
ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का स्वर्णिम इतिहास रहा है. एक समय ऐसा था जब भारतीय हॉकी का जलवा पूरे विश्व पर था, लेकिन टोक्यो ओलंपिक से पहले के कुछ साल ऐसे थे, जब यह टीम अपने प्रदर्शन में लगातार उतार-चढ़ाव से गुजर रही थी. टोक्यो ओलंपिक का कांस्य पदक भारतीय हॉकी टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि था. अब, पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी की पुरानी धाक फिर नजर आ रही है.
स्वर्ण पदक की बढ़ी उम्मीद
भारतीय हॉकी टीम ने रोमांचक क्वार्टर फाइनल मैच में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. इस मुकाबले में सोनीपत के रहने वाले अभिषेक नैन और सुमित ने भी भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई. हॉकी टीम की इस जीत के बाद खिलाड़ियों के परिवार समेत पूरे देश की उम्मीद और बढ़ गई है. इस बार उम्मीद की जा रही है कि मेडल का रंग बदलेगा. हॉकी में स्वर्ण पदक को लेकर भी अपेक्षाएं बढ़ चुकी हैं.
गोलकीपर श्रीजेश रहें क्वार्टर फाइनल जीत के हीरो
1972 म्यूनिख ओलंपिक के बाद, यह पहला मौका है जब भारत लगातार दो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचा है. सोशल मीडिया पर भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन से प्रशंसक बेहद खुश हैं. भारत की जीत के बाद पीआर श्रीजेश और उनके साथियों को सोशल मीडिया पर खूब प्यार मिला. क्वार्टर फाइनल में भारत की जीत का श्रेय गोलकीपर श्रीजेश को जाता है, जिन्होंने पेनल्टी शूट आउट में 2 गोल रोक कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. पीआर श्रीजेश निर्धारित 60 मिनट तक, और शूट आउट के दौरान अपने अविश्वसनीय बचाव के लिए भारत की क्वार्टर फाइनल जीत के हीरो रहे.
सेमिफाइनल से पहले भारत को झटका
सेमीफाइनल मैच से पहले भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा है, भारत के प्रमुख डिफेंडर अमित रोहिदास इस मैच में नहीं खेल सकेंगे. अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) की अपील समिति ने उनके सस्पेंशन के खिलाफ की गई अपील को खारिज कर दिया है. रविवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में रेड कार्ड मिलने के बाद, रोहिदास पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था. एफआईएच की अपील समिति ने सभी रिपोर्ट्स, दस्तावेजों और साक्ष्यों की समीक्षा के बाद इस प्रतिबंध को बरकरार रखने का निर्णय लिया.
श्रीजेश का यह आखिरी ओलंपिक
भारत और जर्मनी के बीच सेमीफाइनल मैच आज रात 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार) खेला जाएगा. गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक की शुरुआत में कहा था कि यह उनका आखिरी ओलंपिक होगा, उम्मीद यही है कि टीम उन्हें एक यादगार विदाई देगी.
-भारत एक्सप्रेस
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