फोटो-सोशल मीडिया
Sheikh Hasina: बांग्लादेश में लगातार हिंसा जारी है. यहां पर हिंदुओं और मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. तख्ता पलट के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत आने के बाद से यहां के हालात और भी खराब हो गए हैं. ताजा खबर सामने आ रही है कि प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस तरह दुश्मन बन गए हैं कि उनकी पालतू बिल्ली पर्सी तक को नहीं छोड़ा और उसे 40 हजार में बेच दिया. इसकी खबर सामने आते ही मीडिया में उनकी बिल्ली भी चर्चा का विषय बन गई है.
मालूम हो कि हाल ही में बांग्लादेश के पूर्व प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास (गणभवन) पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पर्सी और अन्य पालतू जानवरों को भी लूट लिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गणभवन में प्रदर्शनकारियों ने न केवल प्रधानमंत्री आवास को निशाना बनाया बल्कि वहां मौजूद पालतू जानवरों पर भी हमला बोला. इसको लेकर एक एनजीओ ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया है.
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एनजीओ ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों ने पर्सी को चुराने के बाद उसे 40,000 बांग्लादेशी टका में बेच दिया. यही नहीं प्रदर्शनकारी गणभवन से हंस, खरगोश, बकरियां और मछलियां तक लूट ले गए. एक स्वयंसेवी संगठन ने फेसबुक पर जानकारी शेयर की है और कहा है कि गणभवन में चोरी के बाद पर्सी को 40,000 बांग्लादेशी टका में बेच दिया गया था. फिलहाल संगठन ने दावा किया है कि वे न केवल पर्सी बल्कि गणभवन से लूटे गए सभी जानवरों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. शेख हसीना का जर्मन शेफर्ड कुत्ते को भी प्रदर्शनकारी चुका ले गए हैं.
विशेष सुरक्षाबलों ने पाई सफलता
बता दें कि फिलहाल बांग्लादेश के विशेष सुरक्षा बल पर्सी को वापस लाने में सफल हो गए हैं और उसे शेख हसीना के आवास पर फिर से भेज दिया गया है. दूसरी ओर गणभवन के अन्य पालतू जानवरों को भी सुरक्षा बल फिर से वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. यही नहीं गणभवन के पशुओं के इलाज के लिए भी व्यवस्था की जा रही है.
भारत में हैं शेख हसीना
मालूम हो कि हाल ही में बांग्लादेश में एक बड़े विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और बांग्लादेश छोड़ कर भारत आ गई थीं. तो दूसरी ओर उनके प्रधानमंत्री आवास छोड़ते ही बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी गणभवन में घुस गए थे और पशुओं को लूट ले गए थे.
-भारत एक्सप्रेस
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