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Sheikh Hasina

सारा खेल व्यावसायिक भागीदारी और सहयोग का है और जिस तरह की अस्थिरता फिलहाल ढाका में विद्यमान है, अमेरिका की प्राथमिकता बांग्लादेश में चुनी हई सरकार को स्थापित कराने की होगी. भारत इस प्रक्रिया में अमेरिका का सहयोग करेगा.

शेख़ हसीना की पार्टी अवामी लीग के संगठन सचिव ख़ालिद महमूद चौधरी ने कहा कि अवामी लीग हमेशा से राजनीति में रही है. हसीना ने न्यूयॉर्क में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक भाषण में कहा था कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है.

जस्टिस मोहम्मद गोलाम मुर्तुजा की अध्यक्षता वाले ट्रिब्यूनल ने बांग्लादेश दूरसंचार विनियामक आयोग (बीटीआरसी) को निर्देश दिया कि वह हसीना के ऐसे भाषणों के मौजूदा और पिछले उदाहरणों को सभी प्लेटफार्मों से हटा दे.

इस साल 5 अगस्त को शेख हसीना को सत्ता छोड़ने और देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा था. इसके बाद बांग्लादेश से लगातार अल्पसंख्यक वर्गों पर लगातार हमलों की खबरें आ रही हैं.

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गुरूवार (28 नवंबर) अपने देश में एक हिंदू पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में बात की. उन्होंने वकील सैफुल ईस्लाम की मौत के बारे में भी बात की.

इसी बयान में उन्होंने आगे कहा, "डोनाल्ड ट्रंप की शानदार जीत उनके नेतृत्व के असाधारण गुणों, अटल धैर्य और दृढ़ता का प्रतीक है. इसके साथ ही अमेरिका के लोगों द्वारा जताया गया उनपर भरोसा है."

बीते 5 अगस्त को हिंसक प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था. उन्होंने फिलहाल भारत में शरण ले रखी है.

बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा कि सरकार ने 'आतंकवाद विरोधी अधिनियम 2009' की धारा 18 की उपधारा (1) की शक्तियों का प्रयोग करते हुए 'बांग्लादेश छात्र लीग' पर प्रतिबंध लगा दिया है.

प्रदर्शनकारियों ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना पर हाल में की गई टिप्पणियों को लेकर बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के इस्तीफे की मांग की है.

शेख हसीना पर छात्र प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार होने के आरोपों के बाद बांग्लादेश में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है.