Bharat Express

Madhya Pradesh: स्कूलों में Yes Sir बोलने पर रोक, इसकी जगह Jai Hind बोलेंगे बच्चे, मंत्री ने बताई ये वजह

मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने बताया कि हमने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. बच्चों को उपस्थिति दर्ज करने के दौरान ‘यस सर’ की जगह ‘जय हिंद’ कहना होगा.

मंत्री विजय शाह.

अब तक आपने बच्चों को स्कूलों में अटेंडेंस के दौरान ‘यस सर’ कहते हुए सुना होगा, जो कि इस बात का प्रतीक माना जाता है कि फलां विद्यार्थी कक्षा में मौजूद है. पहले यह प्रथा महज निजी स्कूलों में ही थी, लेकिन अब यह सरकारी स्कूलों में भी बड़े पैमाने पर देखने को मिलती है.

लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने इस रवायत को बदलने का फैसला किया है. दरअसल, राज्य सरकार ने बच्चों को अटेंडेंस के दौरान ‘यस सर’ की जगह ‘जय हिंद’ कहने का आदेश जारी किया है. इस कदम के पीछे की वजह बताते हुए कहा गया है कि इससे बच्चों में देशभक्ति की भावना बढ़ेगी. मंत्री विजय शाह ने इस संबंध में बयान भी जारी किया है.

देशभक्ति की भावना

उन्होंने बताया, ‘हमने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. बच्चों को उपस्थिति दर्ज करने के दौरान यस सर की जगह जय हिंद कहना होगा. इसके अलावा, स्कूलों में प्रतिदिन झंडा वंदन होगा. हम हर उस कदम को जमीन पर उतारने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे, जिससे बच्चों में देशभक्ति की भावना पैदा की जा सके.’

उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों से मुलाकात के बाद यह बात कही. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों में देशभक्ति की भावना विकसित करनी होगी. जिसके लिए हमें यह कदम उठाना होगा.


ये भी पढ़ें: आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी अस्पतालों को मरीजों को देना होगा लाभ, जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान


व्यावसायिक केंद्र विकसित होगा

विभागीय अधिकारियों से चर्चा करते हुए मंत्री शाह ने शहर से 20 किमी के क्षेत्र में नई हवाई पट्टी के लिए भूमि चिह्नित करने व रतलाम को संभाग बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश कलेक्टर राजेश बाथम को दिए.

पत्रकारों से चर्चा में मंत्री शाह ने बताया कि संभाग व हवाई पट्टी के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर स्वीकृति दिलवाएंगे. एक्सप्रेस वे, निवेश क्षेत्र आने के चलते बड़े विमानों के संचालन के लिए हवाई पट्टी आवश्यक है.

रतलाम में नमकीन क्लस्टर के साथ ही एक बड़ा व्यावसायिक केंद्र भी विकसित किया जाएगा. जिले में वर्ष भर सिंचाई वाले क्षेत्र में वृद्धि की जाएगी. अभी 10 प्रतिशत क्षेत्र में ही वर्षभर सिंचाई हो पाती है. इससे पलायन भी रूकेगा.

-भारत एक्सप्रेस

Also Read