फोटो-सोशल मीडिया
Kanpur: कानपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां पर यूपी हेल्थ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन सिंह की गंगा में डूबने से मौत हो गई है. वह अपने दोस्तों के साथ नहाने के लिए गए थे. बताया जा रहा है कि गंगा में डिप्टी डायरेक्टर डूबते रहे और गोताखोर बचाने के लिए 10000 रुपये की मांग कर रहे थे. गोताखोरों का कहना था कि जब तक उनको पैसा नहीं मिल जाता तब तक वह गंगा में नहीं कूदेंगे तो वहीं दोस्तों के पास इतनी बड़ी रकम कैश के रूप में नहीं थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब तक ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया गया तब तक वह डूब चुके थे. इस घटना के बाद से ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है तो वहीं लोग ये भी कह रहे हैं कि अब इंसानियत तो रह ही नहीं गई है.
इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग प्रशासन पर भी सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि जब इतने बड़े अधिकारी के साथ इस तरह की हरकत की गई तो आम लोगों का क्या होगा. प्रशासन को वहां पर गोताखोर की तैनाती करनी चाहिए. ताकि, अगर किसी के साथ इस तरह की घटना हो तो उसे बचाया जा सके. इस घटना को लेकर इलाके के एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि उनके डूबने की सूचना के तुरंत बाद ही पुलिस मौके पर पहुंची और तब से लेकर लगातार उनकी तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है. तो वहीं आदित्य की बहन विदेश में है और माता-पिता भी उनके ही साथ में हैं. फिलहाल अनुपम सिंह मौके पर पहुचे हैं. सोमवार को उनकी पत्नी के पहुंचने की खबर है. बता दें कि आदित्य लखनऊ के इंदिरा नगर में रहे थे.
मालूम हो कि घटना कानपुर के नाना मऊ घाट पर शनिवार को हुई. उन्नाव के रहने वाले यूपी के स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन सिंह अपने दोस्त प्रदीप तिवारी के साथ गंगा में नहाने के लिए गए थे. उनकी पत्नी शैलजा मिश्रा महाराष्ट्र में जज हैं, तो वहीं उनके चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार में सीनियर आईएएस हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सचिव हैं. इस घटना को लेकर उनके दोस्तों ने बताया है कि उन्होंने नहाते समय फोटो खींचने के लिए कहा और इसी दौरान ही अचानक उनका पैर गंगा के गड्ढे में चला गया और वह डूबने लगे. इस पर तुरंत घाट पर खड़े गोताखोरों से उनको बचाने के लिए कहा लेकिन गोताखोरों ने कहा हमको पहले 10000 रुपये दो. हमारे पास 10000 कैश नहीं है ये कहा तो उन लोगों ने ऑनलाइन देने के लिए कहा. गोताखोरों ने कहा कि पहले बगल में दुकानदार शैलेश कश्यप के अकाउंट में 10000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा दीजिए तब उनको बचाएंगे. दोस्तों ने बताया कि जब तक हम लोग ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर ही रहे थे कि आदित्य डूब चुके थे.
-भारत एक्सप्रेस
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