एयरपोर्ट
Coronavirus New Variant Cases in India Updates, 24 December: एक तरह जहां चीन में कोरोना ने कोहराम मचाया हुआ है वहीं दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते केस से जापान और अमेरिका में भी स्थित बेहद खराब है. इन हालातों के मद्देनजर कोरोना को लेकर भारत में भी बीते 24 घंटे में 2 अहम बैठकें हो चुकी हैं.
इस सप्ताह जहां गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सिलसिले मे एक बैठक की तो वहीं शुक्रवार के दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मीटिंग की है.
कोरोना को लेकर सतर्कता बरतते हुए केंद्र सरकार की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं. इस निर्देश के अनुसार सभी राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी का सख्ती से पालन करना होगा. इसी क्रम में अब एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले पैसेंजर्स की स्कैनिंग और कोविड टेस्टिंग भी की जाने लगी है. केंद्र सरकार ने इसके लिए बाकायदा मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन को पत्र भी लिखा है.
गुजरना होगा रैंडम परीक्षण से
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा नागर विमानन मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा गया है कि, ‘हर उड़ान में कुल यात्रियों के 2 फीसदी तक को आगमन के बाद एयरपोर्ट पर रैंडम परीक्षण से गुजरना होगा’.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी इस मामले में निर्देश जारी किया है कि एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की कोविड जांच की जाएगी. फिलहाल अभी पैसेंजर्स की रैंडम टेस्टिंग ही की जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने भी मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की कोविड जांच के निर्देश दिए हैं.
कोरोना को लेकर सतर्कता दिखाते हुए उत्तराखंड में कोविड की बूस्टर डोज के लिए अभियान चलाया जा रहा है. उत्तराखंड सचिवालय में बूस्टर डोज देने के लिए बकायदा एक शिविर भी लगाया गया.
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नेजल वैक्सीन को मिली अनुमति
कोरोना के खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार ने अगली बूस्टर डोज के तौर पर नेजल वैक्सीन को अपनी मंजूरी दे दी है. इसे अब देश के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा. जल वैक्सीन की डोज 18 साल और उससे उपर की उम्र वाले लोगों को ही दी जाएगी. इस वैक्सीन को नाक से दिया जाएगा.
आंकड़ों के अनुसार 22 दिसंबर 2022 तक भारत में 120 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. वहीं इसकी दूसरी डोज के भी 103 करोड़ से उपर शॉट्स दिए गए हैं. ओमिक्रॉन वैरिएंट के आने पर विशेषज्ञों द्वारा बूस्टर डोज की आवश्यकता बताने के बाद बीते 10-11 महीनों में 22 करोड़ लोगों ने ही इसकी डोज लगवाई है.
भारत एक्सप्रेस
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