गुरु वक्री.
Guru Vakri 2024 Effect on Zodiac: ज्योतिष में बृहस्पति को शुभ ग्रह माना गया है. यह शनि के बाद सबसे धीमी चाल चलता है. गुरु ग्रह को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में लगभग एक साल का समय लगता है. इस तरह पूरे राशिचक्र को पूरा करने में बृहस्पति देव 12 वर्षों का समय लेता है. गुरु ग्रह 1 मई 2024 से वृषभ राशि में संचरण कर रहा है और इस स्थिति में साल 2025 तक रहेगा. इस दौरान गुरु ग्रह, वक्री (उल्टी चाल), मार्गी, उदय और अस्त भी होगा. ज्योतषीय गणना के अनुसार, 9 अक्टूबर से गुरु ग्रह मिथुन राशि में उल्टी चाल शुरू करेगा. बृहस्पति की वक्री चाल से तीन राशि वालों के जीवन में खास बदलाव आएगा. आइए जानते हैं गुरु के वक्री होने के किन राशियों का भाग्योदय.
मिथुन राशि
गुरु ग्रह इस राशि के 12वें भाव में वक्री होगा. ऐसे में गुरु का वक्र होना इस राशि से के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा. गुरु वक्री की अवधि में किसी भी काम में जबरदस्त उन्नति होगी. सामाजिक कार्यों में प्रतिष्ठा मिलेगी. मान-सम्मान बढ़ेगा. आमदनी के कई नए स्रोत बनेंगे. आर्थिक स्थिति पहले से मजबूत होगी. नई नौकरी का ऑफर मिल सकता है. नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन का लाभ मिलेगा.
वृश्चिक राशि
बृहस्पति ग्रह इस राशि के 7वें भाव में वक्री होगा. ऐसे में गुरु वक्री की पूरी अवधि इस राशि के लिए अनुकूल साबित होगी. छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में बड़ी सफलता मिलेगी. मनचाही नौकरी मिल सकती है. कार्यस्थल पर कार्य का बोझ कम होगा. मानसिक स्थिति अच्छी होगी. करियर में तरक्की होगी. व्यापार में आर्थिक तरक्की के कई अवसर प्राप्त होंगे. जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उन्हें अच्छा अवसर मिलेगा. घर-परिवार में धन की स्थिति पहले से अच्छी होगी.
तुला राशि
गुरु ग्रह तुला राशि के 8वें भाव में वक्री होगा. ऐसे में गुरु के इस वक्री गोचर से इस राशि के जातक को खास लाभ मिलेगा. नौकरी-व्यापार में चल रही परेशानियां खत्म होंगी. व्यापार में आर्थिक विस्तार होगा. मानसिक उलझनों से मुक्ति मिलेगी. कार्यस्थल पर अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा. छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी. करियर में जबरदस्त उन्नति होगी. पारिवारिक जीवन खुशहाल होगा.
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