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Congress Foundation Day: कांग्रेस के उतार-चढ़ाव का गवाह रहा है 24 अकबर रोड, आंग सान सू भी रह चुकी हैं यहां

Congress Foundation Day: कांग्रेस का 24 अकबर रोड स्थित इस दफ्तर पर ये आखिर ध्वजारोपण है. क्योंकि साल 2023 से कांग्रेस का ये दफ्तर दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर शिफ्ट हो जाएगा.

Congress Foundation day

कांग्रेस का स्थापना दिवस (फोटो ट्विटर)

Congress Foundation Day: आजादी से पहले की पार्टी यानी कांग्रेस का आज स्थापना दिवस है. 138 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी देश में अपना स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत पार्टी के तमाम कार्यकर्ता दिल्ली स्थित कांग्रेस के कार्यलय पर पहुंचे. जहां मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी की उपस्थिति में ध्वजारोपण किया. कांग्रेस का ये दफ्तर अब देश के चार प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह और सात पार्टी अध्यक्षों इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का गवाह बन चुका है.

कांग्रेस के 24 अकबर रोड स्थित इस दफ्तर पर ये आखिरी ध्वजारोपण है. क्योंकि साल 2023 से कांग्रेस का ये दफ्तर दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर शिफ्ट हो जाएगा. इस नए दफ्तर का डिजाइन कांग्रेस के कद्दावर नेताओं अहमद पटेल और मोतीलाल वोहरा ने तैयार किया था. हालांकि, अब दोनों ही नेता इस दुनिया में नहीं है. लेकिन कांग्रेस का 24 अकबर रोड स्थित ये दफ्तार कांग्रेस पार्टी के लिए काफी उतार-चढ़ाव का गवाह रहा है. इस दफ्तर के समय में कांग्रेस पार्टी ने काफी कुछ देखा है.

इंदिरा गांधी ने 1978 में किया था प्रवेश

साल 1978 में 24 अकबर रोड स्थित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में शोभन सिंह और 20 अन्य कर्मचारियों ने 24, अकबर रोड के गलियारों में पहली बार प्रवेश किया था. उस समय ये बंग्ला आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सांसद रहे जी. वेंकटस्वामी का था. जी. वेंकटस्वामी को इंदिरा गंधी का करीबी माना जाता था. वो उन कुछ गिने चुने लोगों में से थे. जिन्होंने उस समय इंदिरा गांधी का हाथ थामे रखा.

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15 साल की उम्र में 24, अकबर रोड आई थीं ‘आंग सान सू’

इस दफ्तर से म्यांमार में मानवाधिकारों और लोकतंत्र की पैरोकार रही ‘आंग सान सू’ भी रही हैं. खास बात ये है कि सू ने उस समय वही कमरा चुना था, जो बाद में राहुल गांधी को एआईसीसी (AICC) के उपाध्यक्ष के तौर पर मिला था. जब ‘आंग सान सू’ इस दफ्तर में आईं थीं तो उनकी उम्र महज 15 साल थी. वह अपनी मां दॉ खिन की के साथ 24, अकबर रोड पहली बार पहुंची थीं. उनकी मां को भारत में म्यांमार का राजदूत नियुक्त किया गया था. 24 अकबर रोड स्थित इस दफ्तर को 1911 से 1925 के बीच सर एडविन लुटियन्स ने बनाया था.

– भारत एक्सप्रेस

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