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Olympics में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला Gymnast Dipa Karmakar ने लिया संन्यास

दीपा करमाकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर संन्यास की जानकारी देते हुए बताया कि “काफी सोच-विचार के बाद मैंने जिमनास्टिक से संन्यास लेने का फैसला किया है. यह फैसला मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन यह सही समय है.”

दीपा करमाकर. (फोटो: IANS)

भारतीय स्टार जिमनास्ट दीपा करमाकर (Dipa Karmakar) ने सोमवार (7 अक्टूबर) को 31 साल की उम्र में जिमनास्टिक (Gymnastic) से संन्यास लेने की घोषणा की, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी दी.

ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली करमाकर ने लिखा, “काफी सोच-विचार के बाद मैंने जिमनास्टिक से संन्यास लेने का फैसला किया है. यह फैसला मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन यह सही समय है. जिमनास्टिक मेरे जीवन का एक बड़ा हिस्सा रहा है, और मैं उतार-चढ़ाव और बीच की हर चीज और हर पल के लिए आभारी हूं.”

दीपा ने अपने पोस्ट में क्या कहा

उन्होनें लिखा, मुझे वो पांच साल की दीपा याद आती है, जिसको बोला था कि उसके फ्लैट फीट के कारण से वो कभी जिम्नास्ट नहीं बन सकता. आज मुझे अपनी उपलब्धियों को देख कर बहुत गर्व होता है. भारत को विश्व मंच पर प्रतिनिधित्व करना और पदक जीतना, और सबसे खास, रियो ओलंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट प्रदर्शन करना, मेरे करियर का सबसे यादगार पल रहा है. आज मुझे दीपा को देखकर बहुत खुशी होती है क्योंकि उसने सपने देखने की हिम्मत रखी है.

अपनी आखिरी जीत को याद करते हुए कहा- मेरी आखिरी जीत एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप ताशकंद, एक टर्निंग पॉइंट था, क्योंकि तब तक मुझे लगा कि मैं अपनी बॉडी को और पुश कर सकती हूं, लेकिन कभी-कभी हमारी बॉडी हमें बताती है कि अब आराम का समय आ गया है, लेकिन दिल अभी भी नहीं मानता मैं अपने कोच बिश्वेश्वर नंदी सर और सोमा मैम को धन्यवाद कहना चाहती हूं, जिनको मुझे पिछले 25 साल से गाइड किया और मेरी सबसे बड़ी ताकत बनी.

समर्थन के लिए जताया आभार

उन्होंने आगे कहा- मुझे जो समर्थन मिला है उसके लिए मैं त्रिपुरा सरकार, जिम्नास्टिक फेडरेशन, भारतीय खेल प्राधिकरण, गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन और मेराकी स्पोर्ट ई एंटरटेनमेंट को बहुत धन्यवाद देना चाहती हूं. और अंत में मेरी फैमिली को, जो हमेशा मेरे साथ थे, मेरे अच्छे और बुरे दिनों में.

उन्होंने खेल से अपने अटूट रिश्ते को लेकर कहा- मैं भले ही रिटायर हो रही हूं, लेकिन जिम्नास्टिक से मेरा कनेक्शन कभी नहीं टूटेगा. मैं चाहती हूं कि मैं इस खेल को कुछ वापसी दे सकून-शायद मेंटर, कोच, मेरे जैसे और बाकी लड़कियों को सपोर्ट करके. एक बार फिर, मेरी यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आप सभी को धन्यवाद.

दीपा करमाकर के पदक

2016 के रियो ओलंपिक में दीपा करमाकर को देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला जिमनास्ट बनीं थीं. हालांकि वह इस प्रतियोगिता में पदक जीतने से चूक गई थीं और चौथे स्थान पर रही थीं.

दीपा करमाकर ने एशियाई चैम्पियनशिप 2024 में स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने विश्व कप 2018 में भी स्वर्ण पदक जीता. इसके अलावा दीपा ने विश्व कप 2018 में कांस्य पदक भी अपने नाम किया. दीपा राष्ट्रमंडल खेल 2014 में कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं थीं और अगले ही साल उन्होने एशियाई चैम्पियनशिप 2015 का कांस्य पदक अपने नाम किया था.

-भारत एक्सप्रेस



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