मुक्ति रंजन रॉय और महालक्ष्मी.
Bengaluru Fridge Horror: ‘‘अगर मैंने उसे नहीं मारा होता, तो महालक्ष्मी (Mahalaxmi) मुझे मार देती’’, ये कहना पिछले महीने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने वाले युवक का है, जिसने घटना को अंजाम देने के बाद खुद भी जान दे दी थी. इस बात का खुलासा उसके खौफनाक सुसाइड नोट से हुई है.
महालक्ष्मी को आखिरी बार 1 सितंबर को कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में अपने दफ्तर में देखा गया था, उसी दिन उनके टीम हेड और बॉयफ्रेंड मुक्ति रंजन रॉय (Mukti Ranjan Roy) को भी आखिरी बार देखा गया था. इसके हफ्तों बाद पड़ोसियों ने महालक्ष्मी के घर से दुर्गंध आने की सूचना दी और उनके रिश्तेदारों को सूचित किया, तब इस भयानक वारदात का पता चला.
फ्रीज में मिले थे शव के टुकड़े
29 वर्षीय महालक्ष्मी की मां जब 21 सितंबर को उस घर पहुंचीं तो उन्हें अपनी बेटी नहीं मिली, बल्कि उसके फ्रिज में कटे हुए शरीर के अंग और वॉशरूम में खून मिला था. पुलिस ने बताया था कि महालक्ष्मी के बॉयफ्रेंड मुक्ति रंजन रॉय ने उनकी हत्या करने के बाद उनके शरीर के लगभग 59 टुकड़े कर दिए थे. ये टुकड़े लगभग 18 दिनों तक उनके घर की फ्रीज में पड़े हुए थे.
घटना के बाद पुलिस ने 31 वर्षीय रॉय के ओडिशा (Odisha) के भद्रक (Bhadrak) में होने का पता लगाया, लेकिन जब तक वे उस तक पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इससे पहले कि पुलिस उसे पकड़ पाती, उसने खुदकुशी कर ली थी. उसके शव के पास से उन्हें सुसाइड नोट (Suicide Note) मिला, जिसमें महालक्ष्मी के साथ उसके रिश्ते और उसके कबूलनामे के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई.
सुसाइड नोट में और क्या कहा
एक रिपोर्ट के अनुसार, सुसाइड नोट में उसने 2 और 3 सितंबर की रात को महालक्ष्मी का गला घोंटने की बात स्वीकार की. उसने अगली सुबह बाजार से एक धारदार हथियार खरीदा, वॉशरूम में उसके शरीर के टुकड़े किए और टुकड़ों को फ्रिज में भर दिया. इसके बाद रॉय ने अपने छोटे भाई के साथ ओडिशा भागने से पहले वॉशरूम को तेजाब से साफ किया, ऐसा सुसाइड नोट में लिखा गया है.
इसमें यह भी दावा किया गया है कि महालक्ष्मी उसे मारना चाहती थी और उसने उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए एक काला सूटकेस (Black Suitcase) भी खरीदा था. संयोग से महालक्ष्मी के घर के अंदर फ्रिज के पास एक काला सूटकेस मिला.
नोट में लिखा है, ‘उसका इरादा मेरे शव को टुकड़ों में काटना, उन्हें सूटकेस में रखना और मुझे मारने के बाद उन्हें फेंकना था. अगर मैंने उसे नहीं मारा होता, तो महालक्ष्मी मुझे मार देती और मेरे शव को फेंक देती. मैंने आत्मरक्षा में उसे मार डाला.’
शादी करने का था दबाव
मुक्ति रंजन रॉय के सुसाइड नोट के अनुसार, महालक्ष्मी उन पर शादी के लिए दबाव बना रही थी. उसने आरोप लगाया कि जब वह उनकी मांगें पूरी करने में विफल रहा तो महालक्ष्मी ‘मेरे साथ मारपीट’ करती थी. इसमें लिखा था, ‘महालक्ष्मी की मांग लगातार बढ़ती जा रही थी, भले ही मैंने उसे सोने की चेन और 7 लाख रुपये दिए थे. वह मेरे साथ मारपीट भी करती थी.’
त्रिपुरा (Tripura) की रहने वाली महालक्ष्मी बेंगलुरु के एक मशहूर मॉल में काम करती थीं. पुलिस जांच में पता चला कि वह पहले से शादीशुदा थीं और उनका एक बच्चा भी था, लेकिन वह पति से अलग रहती थीं.
जल्द दाखिल होगी चार्जशीट
पुलिस ने कहा है कि वे जल्द ही मामले में आरोप-पत्र (Charge Sheet) दाखिल करेगी. बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने कहा, ‘हम जल्द ही आरोप-पत्र दाखिल करेंगे, क्योंकि हमें अब ओडिशा पुलिस से रॉय के सुसाइड नोट और उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का अनुवाद मिल गया है.’
पुलिस ने कहा कि रॉय ने जिस हथियार से अपने शरीर को काटा था, उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन बेंगलुरु के व्यालिकावल बाजार में घरेलू कामों के लिए इस्तेमाल होने वाले कटर की एक छोटी-सी दुकान चलाने वाली एक महिला को जब उसकी तस्वीर दिखाई तो उन्होंने उसकी पहचान कर ली.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुक्ति रंजन और महालक्ष्मी के बीच कथित तौर पर लगभग छह महीने से अशांत संबंध थे, जिसमें अक्सर बहस और मारपीट होती थी, कुछ विवाद व्यालिकावल में उनके घर के बाहर सड़क पर पहुंच जाते थे. उनके विवादों के बारे में मल्लेश्वरम थाने में शिकायत भी दर्ज की गई थी.
-भारत एक्सप्रेस
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