(प्रतीकात्मक तस्वीर)
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) में एक हेड कॉन्स्टेबल (Head Constable) की पत्नी और नाबालिग बेटी की हत्या करने के आरोपी कुलदीप साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है. कुलदीप एक हिस्ट्रीशीटर (History Sheeter) है. सूरजपुर पुलिस ने मंगलवार को बताया कि उसे छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक बस से पकड़ा गया. सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग ने बताया कि आरोपी झारखंड भाग गया था और बस से छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में वापस जा रहा था.
यह गिरफ्तारी एक हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी के शवों के अर्धनग्न अवस्था में सूरजपुर से करीब 4 किलोमीटर दूर पिढ़ा गांव में हाईवे पर पाए जाने के एक दिन बाद हुई है. पुलिस के अनुसार, कुलदीप साहू पर डकैती, छेड़छाड़, मारपीट और आर्म्स एक्ट समेत 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह सूरजपुर पुलिस स्टेशन की ‘गुंडा सूची’ में भी शामिल है.
आरोपी को जिला बदर किया गया था
सूरजपुर निवासी साहू को पिछले साल 20 अक्टूबर को जिले से निर्वासित (जिलाबदर) कर दिया गया था. इस साल की शुरुआत में उसे निर्वासन के दौरान भाग जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया.
जिलाबदर, पुलिस द्वारा बार-बार अपराध करने वालों के खिलाफ उठाया गया एक निवारक उपाय है, ताकि उन्हें आगे भी आपराधिक गतिविधियों को जारी रखने या करने से रोका जा सके. इसके तहत, पुलिस ऐसे ‘अपराधियों’ को एक निश्चित अवधि के लिए किसी विशेष स्थान पर प्रवेश करने से रोकती है.
13 अक्टूबर की गई हत्या
पुलिस के अनुसार, बीते 13 अक्टूबर की शाम को एक टीम को सूचना मिली कि साहू बाजार में है तो वह उसे हिरासत में लेने के लिए गई, लेकिन संदिग्ध एक कॉन्स्टेबल पर गर्म तेल फेंककर भाग निकला, जिसकी पहचान घनश्याम सोनवानी के रूप में हुई. गंभीर रूप से जले इस कॉन्स्टेबल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पुलिस के मुताबिक, उसी रात वह कथित तौर पर हेड कॉन्स्टेबल के घर गया और उसकी पत्नी और बेटी का अपहरण कर लिया, जबकि पुलिसकर्मी अभी भी ड्यूटी पर था. हेड कॉन्स्टेबल की पहचान तालिब शेख के रूप में हुई. साहू ने 13 अक्टूबर को कथित तौर पर तालिब की पत्नी मेहनाज (35 वर्ष) और बेटी आलिया (11 वर्ष) की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी.
सूरजपुर एसपी एमआर अहिरे ने कहा, ‘अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद हेड कॉन्स्टेबल घर गया तो देखा कि उसके किराये के घर का दरवाजा टूटा हुआ था और घर में तोड़फोड़ की गई थी. घर में खून बिखरा हुआ था और उसकी पत्नी और बेटी गायब थीं.’
हेड कॉन्स्टेबल से रंजिश
सरगुजा रेंज के महानिरीक्षक अंकित गर्ग के अनुसार, साहू, जो एक साल से जिले से बाहर था, हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ ‘अतीत में उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए’ रंजिश रखता था. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह कार्रवाई क्या थी.
खबरों के अनुसार, जब पूरे शहर में इस घटना की खबर फैली तो गुस्साए लोगों ने शहर बंद का आह्वान किया और स्थानीय पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने साहू के घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. साथ ही उसके घर के बाहर खड़ी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. घटना के समय साहू के परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं था. साहू पर भारतीय न्याय संहिता के तहत हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है, जबकि आगजनी और दंगा की घटना के लिए एक अलग एफआईआर दर्ज की गई है.
-भारत एक्सप्रेस
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