सांकेतिक तस्वीर
Magh Mas: आज से माघ मास की शुरुआत हो चुकी है. हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि माघ मास में की गई पूजा-पाठ और दूसरे अन्य धार्मिक कार्यों का पुण्य कई गुना अधिक मिलता है. वहीं इस माह में किए जाने वाले दान का पुण्य भी काफी अधिक मिलता है.
ज्योतिष के अनुसार माघ मास के दौरान किए जाने वाले धार्मिक कार्यों की महत्ता भी काफी अधिक रहती है. इस माह भगवान विष्णु के मंदिरों और उनसे जुड़े तीर्थों की यात्रा करनी चाहिए.
वहीं गंगा स्नान की महत्ता का भी जिक्र कई धार्मिक ग्रंथों में मिलता है. इसके अलावा इस माह सूर्य देव की पूजा का भी विशेष तौर पर लाभ मिलता है. माघ मास से जुड़े कुछ नियम ऐसे हैं, जिनका अगर पूरी श्रद्धा से पालन किया जाए तो ईश्वर की कृपा से सभी मुश्किलें आसान हो जाती हैं. आइए जानते हैं माघ मास से जुड़े इन नियमों को.
रोजाना करें गीता का पाठ
माघ मास के दौरान रोजाना गीता का पाठ करने पर भगवान विष्णु के आशीर्वाद से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. इसके अलावा गीता पाठ से जीवन में आने वाली परेशानियों का हल भी निकलने लगता है.
माघ मास में तिल का है महत्व
माघ मास में तिल का काफी महत्व है. इस कारण इस महीने प्रतिदिन किसी न किसी रूप में तिल का सेवन करने की मान्यता है. इसके अलावा स्नान के दौरान जल में तिल मिलाकर स्नान करने से बहुत पुण्य मिलता है.
माघ मास में करें इन चीजों दान
माघ मास में कंबल, स्वेटर और गर्म कपड़ों के दान को उत्तम माना गया है. इस दौरान शनि के राशि परिवर्तन के कारण ग्रह दशाओं के बनने वाले संयोग के कारण शनि से संबंधित चीजों का दान करना बहुत ही शुभ फलदायी रहता है. इसके अलावा खाने-पीने की वस्तुओं में घी, गुड़, गेहूं और सूर्य से संबंधित चीजों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है.
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विष्णु सहस्त्रनाम के पाठ से होगा आर्थिक लाभ
मान जाता है कि माघ मास में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से आर्थिक लाभ होता है. मान्यता है कि विष्णु सहस्त्रनाम और गीता का पाठ करने से गुरु ग्रह भी अनुकूल रहते हैं. ज्योतिष के अनुसार गुरु ग्रह इन दिनों अपनी स्वराशि में बेहद ही शुभ स्थिति में हैं.
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