फोटो— संभल के चंदौसी में जामा मस्जिद, इनसेट में— न्यायाधीश आदित्य सिंह.
Chandausi: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. 19 नवंबर 2023 को एक स्थानीय अदालत ने जामा मस्जिद का सर्वे करने का आदेश दिया था, जो विवादित स्थल के संबंध में आई एक याचिका पर आधारित था. इस आदेश को संभल के सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने पारित किया था. मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद संभल जिले में इंटरनेट सेवा पर रोक और स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे.
संभल के चर्चा में आने पर अब बहुत-से लोग सिविल जज आदित्य सिंह के बारे में भी जानने को उत्सुक हैं, क्योंकि इन्होंने ही संभल स्थित जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था.
मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं आदित्य सिंह
आदित्य सिंह संभल के चंदौसी में तैनात सिविल जज (सीनियर डिवीजन) हैं, वे मूलत: मुजफ्फरनगर के निवासी हैं. उनका चयन उत्तर प्रदेश की ज्यूडिशियल सर्विसेज में जून 2018 में हुआ था. इसके बाद से उन्होंने न्यायिक सेवा में अपनी यात्रा शुरू की, और 18 नवंबर 2023 को उन्हें प्रमोशन देकर सिविल जज सीनियर डिवीजन के पद पर नियुक्त किया गया.
यूपी में ही सहारनपुर में हुई पहली पोस्टिंग
आदित्य सिंह की पहली पोस्टिंग जुडिशल मजिस्ट्रेट के रूप में सहारनपुर में हुई थी. 29 जनवरी 2019 को उन्हें सिविल जज जूनियर डिवीजन सहारनपुर बना दिया गया, और अप्रैल 2019 में उन्हें ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट का पद सौंपा गया. सहारनपुर में अपनी तैनाती के दौरान, उन्होंने देवबंद में एडिशनल सिविल जज के रूप में भी कार्य किया.
जुलाई 2022 में बिजनौर जिला भेजे गए
जुलाई 2022 में आदित्य सिंह का तबादला बिजनौर के चांदपुर सिविल जज जूनियर डिवीजन में हुआ. अंततः 21 नवंबर 2023 को आदित्य सिंह को सिविल जज सीनियर डिवीजन के पद पर प्रमोशन मिलने के बाद, उन्हें संभल के चंदौसी में तैनात किया गया.
आदित्य सिंह का न्यायिक कार्यक्षेत्र संवेदनशील मामलों से जुड़ा रहा है, और जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश भी उनके कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना है.
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- भारत एक्सप्रेस
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