(प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
एक्सिस सिक्योरिटीज (Axis Securities) की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की प्रमुख दवा कंपनियों (Pharmaceutical Companies) ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में साल-दर-साल 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका और घरेलू बाजार में मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित थी.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारतीय दवा बाजार (Indian Pharmaceutical Market) में साल-दर-साल 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि क्रॉनिक थेरेपी में 9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. हालांकि, इन क्षेत्रों के लिए कमजोर मौसम के कारण तीव्र चिकित्सा में 4 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई.
मजबूत वृद्धि से प्रेरित
इसने कहा, ‘हमारे कवरेज के तहत दवा जगत ने वित्त वर्ष 2024-25 दूसरी तिमाही में 10.2 प्रतिशत साल दर साल और 1.7 प्रतिशत तिमाही दर तिमाही की वृद्धि दर्ज की, जो उत्तरी अमेरिका (10.8 प्रतिशत साल दर साल) और भारत के कारोबार (9.8 प्रतिशत साल दर साल) में मजबूत वृद्धि से प्रेरित है’.
रिपोर्ट में अगले तीन वर्षों में फार्मास्यूटिकल क्षेत्र के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण की रूपरेखा भी दी गई है, जिसमें बायोसिमिलर, जीएलपी-1 और पेप्टाइड्स में स्वस्थ पाइपलाइन की उम्मीद है. बायोसिमिलर, जीएलपी-1 और पेप्टाइड्स मधुमेह और अन्य स्थितियों के उपचार से संबंधित हैं. क्रॉनिक पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी वाली कंपनियां समग्र बाजार से बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखती हैं.
स्वास्थ्य बीमा
इसमें कहा गया है, ‘हमें अगले तीन वर्षों में फार्मास्युटिकल कंपनियों के लिए बायोसिमिलर, जीएलपी-1 और पेप्टाइड्स जैसे क्षेत्रों में एक स्वस्थ पाइपलाइन की उम्मीद है.’ रिपोर्ट के अनुसार, हॉस्पिटल सेगमेंट में बीमा भुगतानकर्ताओं ने कुल राजस्व में 33 प्रतिशत का योगदान दिया, जो कि साल-दर-साल 23 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
इस वृद्धि के बावजूद बीमा पैठ कम बनी हुई है, जो स्वास्थ्य बीमा के बारे में जागरूकता बढ़ने और क्रय शक्ति में सुधार के साथ विस्तार की संभावना प्रदान करती है. फार्मास्यूटिकल्स और स्वास्थ्य सेवा में यह आशाजनक प्रदर्शन इस क्षेत्र की निरंतर विकास की क्षमता को दर्शाता है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.