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दिल्ली पुलिस ने ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को परिवार से मिलाया

दिल्ली पुलिस ने ऑपरेशन मिलाप के तहत हरियाणा के फतेहाबाद से लापता 14 वर्षीय लड़की को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से ढूंढकर परिवार से मिलाया. परिवार ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता के लिए आभार जताया.

delhi police

दिल्ली पुलिस (सांकेतिक तस्वीर).

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने ऑपरेशन मिलाप (Operation Milaap) के तहत हरियाणा के फतेहाबाद से लापता एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को उसके परिवार से मिलाने में सफलता प्राप्त की. यह घटना कश्मीरी गेट स्थित आईएसबीटी क्षेत्र की है. बीते 9 दिसंबर 2024 को एसआई प्रवीण कुमार (इंचार्ज पुलिस पोस्ट आईएसबीटी) के नेतृत्व में एचसी योगेश और एचसी आलोक की टीम गश्त कर रही थी. शाम करीब साढ़े चार बजे टीम ने एक नाबालिग लड़की को आईएसबीटी परिसर में अकेले, रोते हुए और घबराई हुई हालत में पाया.

दिल्ली पुलिस ने लड़की को परिवार से मिलवाया

जिसके बाद पुलिस की टीम ने लड़की से उसका नाम-पता पूछा, लेकिन वो लड़की इतनी डरी हुई थी कि उस समय कुछ भी नहीं बता पा रही थी. इसके बाद एसआई प्रवीण कुमार, जो चाइल्ड वेलफेयर पुलिस ऑफिसर भी हैं, ने उसे शांत करने के लिए खाने-पीने की चीजें दीं और उसकी काउंसलिंग की. तब जाकर लड़की ने बताया कि वह फतेहाबाद, हरियाणा की रहने वाली है और घर में डांट-फटकार मिलने के बाद नाराज होकर बिना बताए दिल्ली चली आई थी. वह 8 दिसंबर की शाम से कश्मीरी गेट आईएसबीटी परिसर में भटक रही थी और यह तय नहीं कर पा रही थी कि घर लौटे या नहीं.

परिवार वालों ने पुलिस को किया धन्यवाद

लड़की का नाम और घर का पता मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत फतेहाबाद पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जहां पहले से ही लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी. स्थानीय पुलिस के माध्यम से लड़की के माता-पिता को सूचना दी गई. उसी रात लड़की के माता-पिता और फतेहाबाद पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची. जहां कश्मीरी गेट पुलिस पोस्ट में लड़की को सुरक्षित उनके हवाले कर दिया गया. लड़की के परिवार वालों ने दिल्ली पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं की जाती, तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी. उन्होंने पुलिस टीम को धन्यवाद देते हुए कहा, “आपकी संवेदनशीलता और तत्परता ने हमें हमारी बेटी से मिलाया.”

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इस घटना में इंस्पेक्टर प्रशांत यादव (एसएचओ/पीएस कश्मीरी गेट) और एसीपी शंकर बैनर्जी (कोतवाली सब-डिविजन) का मार्गदर्शन भी सराहनीय रहा. दिल्ली पुलिस की इस कोशिश ने फिर से यह साबित किया है कि उनकी तत्परता और मानवीय दृष्टिकोण न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बल्कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में भी सहायक है.

-भारत एक्सप्रेस



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