राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने झारखंड और पड़ोसी राज्यों में पीपल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के आतंकवादी गिरोह के पुनरुद्धार और मजबूती से जुड़े मामले में दो और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. गुरुवार (13 दिसंबर) को NIA ने रांची की विशेष अदालत में दूसरी अनुपूरक चार्जशीट दाखिल की. इसमें झारखंड के खूंटी जिले के रहने वाले नीलांबर गोपे उर्फ डेलगा उर्फ डिकल और शिव कुमार साहू के नाम शामिल हैं. इन पर आईपीसी की धारा 120बी और 384 तथा यूए (पी) एक्ट की धारा 13, 17, 18 और 20 के तहत आरोप लगाए गए हैं.
एनआईए की जांच में साबित हुआ है कि ये दोनों आरोपी PLFI के सक्रिय सदस्य थे और 11 अक्टूबर 2023 को एनआईए द्वारा दर्ज मामले (आरसी-04/2023/एनआईए/आरएनसी) में संलिप्त पाए गए.
वसूली के जरिए धन जुटाने का मामला
यह मामला PLFI के सदस्यों द्वारा झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर्स, रेलवे ठेकेदारों, और व्यवसायियों से जबरन वसूली के जरिए धन जुटाने से संबंधित है. PLFI सदस्यों ने हत्या, आगजनी और हिंसक हमलों जैसी आतंकी गतिविधियों की साजिश भी रची थी, ताकि जनता, विशेष रूप से व्यापारियों और ठेकेदारों में डर पैदा कर संगठन को पुनर्जीवित किया जा सके.
जांच के अनुसार, शिव कुमार साहू और नीलांबर गोपे ने पीएलएफआई के अन्य सदस्यों की मदद की थी. उन्होंने धमकी भरे पत्र वितरित किए, वसूले गए धन को ग्राहक सेवा केंद्रों और बैंकिंग चैनलों के माध्यम से भेजा, और झारखंड में विकास कार्यों में लगे ठेकेदारों व व्यापारियों के मोबाइल नंबर पीएलएफआई के अन्य सदस्यों को उपलब्ध कराए. मामले की जांच अभी जारी है.
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-भारत एक्सप्रेस
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