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अबूबकर की ओर से पेश गोपाल शंकर नारायण ने कहा कि कम से कम उसे घर में नजरबंद रखा जाए. लेकिन कोर्ट ने याचिकाकर्ता की इस मांग को ठुकराते हुए कहा कि अगर आगे तबियत खराब होती है तो वह निचली अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है.

अदालत ने कहा कि आरोपी के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के सबूत हैं और न्यायिक प्रक्रिया से भागने का खतरा भी है, इसलिये जमानत देने का कोई आधार नहीं है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने आईएसआईएस के कथित सदस्य मोहम्मद हेदायतुल्ला की जमानत याचिका खारिज कर दी, उसे भारत में आतंकवादी विचारधारा फैलाने और संगठन में भर्ती करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया NIA के केस RC-15/2024/NIA/DLI में फरार है, जो 1 अक्टूबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर 10/डी में एक घर पर हुए ग्रेनेड हमले के संबंध में दर्ज किया गया था.

सूत्रों के अनुसार, यह कदम राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर उठाया गया है ताकि नक्सली हमले के मास्टरमाइंड और उनके नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके.

जांच के दौरान NIA ने आरोपी के घर से कई डिजिटल उपकरण जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट और कई बैंकों से जुड़े डेबिट कार्ड, पासबुक और चेकबुक जैसे वित्तीय दस्तावेज जब्त किए हैं.

NIA Raid in Jharkhand: एनआईए की टीमों ने आठ जगहों पर संदिग्धों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के ठिकानों पर तलाशी ली है. टीम ने यहां से कई लैपटॉप, मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड जैसे डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं.

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 2024 को एक ऐतिहासिक वर्ष के रूप में दर्ज किया, जिसमें एजेंसी ने 100% सजा दर के साथ कई बड़े मामलों को सुलझाया. आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद (LWE), उत्तर-पूर्व के विद्रोह और आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ जैसे गंभीर खतरों के खिलाफ एजेंसी ने मजबूती से कार्रवाई की. 2024 की मुख्य उपलब्धियां 1   – …

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने CPI (माओवादी) के स्प्लिंटर ग्रुप से जुड़े साजिश मामले में कार्रवाई की. इस दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए.

एनआईए ने झारखंड के गिरिडीह जिले में माओवादी संगठन CPI (माओवादी) से जुड़े मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें संदिग्धों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स के घरों से मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य सामग्री जब्त की गई.