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‘इस्लाम पैदा नहीं हुआ था, उससे पहले से हो रहा है कुंभ’, भारत एक्सप्रेस के कॉन्क्लेव में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान

Mahakumbh: Mahatmya Par Mahamanthan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में शुक्रवार को भारत एक्सप्रेस के मेगा कॉन्क्लेव ‘महाकुंभ: माहात्म्य पर महामंथन’ में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 2013 कुंभ की अव्यवस्था को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा.

भारत एक्सप्रेस के मेगा कॉन्क्लेव ‘महाकुंभ: माहात्म्य पर महामंथन’ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य.

Mahakumbh: Mahatmya Par Mahamanthan: प्रयागराज की पावन धरती पर शुक्रवार को भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क की ओर से हुए मेगा कॉन्क्लेव ‘महाकुंभ: माहात्म्य पर महामंथन’ में उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शामिल होकर तमाम मुद्दों पर बात की.

प्रयागराज के विकास से जुड़े एक सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा, ‘विकास संपूर्ण भारत और संपूर्ण उत्तर प्रदेश का हो रहा है, लेकिन तीर्थराज प्रयाग के विकास के हम लोग साक्षी हैं. 2014 में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, फिर 2017 में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार बनी तब से प्रयागराज की तस्वीर भी बदली है और तकदीर भी.’

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ भारत एक्सप्रेस के सीएमडी उपेंद्र राय.

अखिलेश को आड़े हाथ लिया


2017 के पहले के कुंभ और इस साल के महाकुंभ में अंतर के​ सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, ‘अखिलेश यादव ने कुंभ की बात करके अपने आपको कटघरे में खड़ा कर दिया है. कुंभ के इतिहास की सबसे बड़ी अव्यवस्था अगर कभी हुई है तो 2013 में हुई, जब ​अखिलेश यादव की सरकार थी. उस समय हमारे तीर्थयात्री और पूज्य साधु-संत रेल मार्ग से कुंभ स्नान करने के लिए आ रहे थे, कोऑर्डिनेशन के अभाव में और उस मेले की बागडोर अखिलेश यादव ने अपने चाचा आजम खान को सौंप दी थी और जब यहां कुंभ के मुख्य स्नान पर्व होने वाले थे उस समय वह जौहर विश्वविद्यालय के लिए पैसा जुटाने में लगे हुए थे और कुंभ को अव्यवस्थित होने के लिए छोड़ दिया गया था.’

मेले का बजट तीगुना किया

उन्होंने आगे कहा, साल 2017 में जब हमारी सरकार बनी, यहां हर वर्ष माघ मेला भी होता है. हमने माघ मेले का बजट दोगुना नहीं बल्कि तीन गुना कर दिया और 2019 के अर्धकुंभ की तैयारी शुरू कर दी. उस समय मेला क्षेत्र से लेकर नगर क्षेत्र का जो विकास हुआ, उससे प्रयागवासी काफी संतुष्ट थे. अर्धकुंभ में लगभग 24 करोड़ लोग संगम में पावन डुबकी लगाने आए और दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ संपन्न हुआ. देश और दुनिया से जो लोग आए किसी ने भी मेले की व्यवस्था पर कोई सवाल नहीं उठाया.

आचमन योग्य नहीं था गंगा का पानी

उन्होंने कहा, ‘सपा सरकार के समय गंगा मइया का जल भी आचमन के योग्य नहीं होता था. अब अविरल, निर्मल और पवित्र धारा देखकर हर व्यक्ति के अंदर भाव आता है कि हमको ​डुबकी लगा लेनी चाहिए. आज माहौल बदला हुआ है, व्यवस्था अच्छी हुई है, मेला क्षेत्र का विस्तार हुआ है और देश, प्रदेश तथा विदेशों से लोग यहां आने की तैयारी कर रहे हैं.’

सड़क से जाते हैं तो लगता है प्लेन से जा रहे हैं

ऐसा अनुमान है कि करोड़ों की संख्या में लोग महाकुंभ मेले में आएंगे, ज्यादा से ज्यादा लोग महाकुंभ में आए ये तैयारी किस तरह से की, इस सवाल के जवाब में ​केशव प्रसाद ने कहा, ‘तैयारी एक दिन में नहीं होती है. इस प्रकार का भाव निर्मित होने के लिए समय लगता है. लोग कहीं जाते हैं तो अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं और ये कहते हुए मुझे गर्व है कि देश और उत्तर प्रदेश में आज कोई आता है तो निश्चिंत होकर आता है.’

उन्होंने कहा, ‘रेल मार्ग, हवाई मार्ग या फिर सड़क मार्ग हो, आवागमन के लिए प्रयागराज में पहले उतनी सुविधा नहीं थी. 2014 से पहले स्थिति ठीक नहीं थी. अब लोग सड़क मार्ग से भी जाते हैं तो उनका लगता है कि प्लेन से जा रहे हैं. हमारी सुशासन और विकास वाली सरकार के आने से ये अंतर आया है. प्रयागराज में हवाई अड्डे का काफी विस्तार कर दिया गया है. अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी में हवाई अड्डे हैं और ये प्रयागराज से सड़क मार्ग से जुड़े हुए हैं. इसके कारण से लोगों का भरोसा है. लोग आएं हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं.’

अभी ये झांकी है, पूरी पिक्चर बाकी है

विकास के क्रम में प्रयागराज का जो वास्तु और स्थापत्य कला है उसे बरकरार रखना भी चुनौती है, इसके जवाब में डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा, ‘देश के किसी और प्रदेश या देश के बाहर जाते थे तो लगता था कि प्रयागराज का ऐसा स्वरूप क्यों नहीं है. प्रयागराज में पहले सड़कों का चौड़ीकरण नहीं था. 10 साल पहले के प्रयागराज और आज के प्रयागराज में जमीन आसमान का अंतर है. विकास की बात करूं तो अभी तो ये झांकी है, पूरी पिक्चर अभी बाकी है.’

विपक्ष के पेट में दर्द क्यों

महाकुंभ में लोगों को बुलाने को लेकर भी विपक्ष की आलोचना कर रहा है, इस सवाल के जवाब में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘मैं पूछना चाहता हूं कि विपक्ष के नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है. अगर उनको दर्द हो रहा है तो किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाएं दवा ले लें. ये प्रतीकात्मक आमंत्रण होता है. कुंभ की चर्चा आज अगर देश और दुनिया में हो रही है तो इससे उनको परेशानी क्यों है. उनको भी हम निमंत्रित कर रहे हैं, वे भी आएं प्रयागराज में आकर डुबकी लगाएं. ये जो बहुत गंदे विचार हैं वो सब धुल जाएंगे और सही रास्ते पर चलने लगेंगे.’

सपा सफा है और कांग्रेस गई

उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार जबसे देश और प्रदेश में आई है तब से मैं देख रहा हूं कि ये सब संगम में डुबकी लगाने के लिए भी विवश हैं, मंदिरों में माथा टेकने के लिए विवश है और सबका साथ सबका विकास दूसरी भाषा में कहने के लिए विवश है. सपा सफा है और कांग्रेस गई अब उसका कोई भविष्य नहीं.’

इस्लाम के पैदा होने से पहले हो रहा कुंभ


अभी कहा गया, जहां लोग स्नान करने आ रहे हैं वो वक्फ की जमीन है, ऐसे बयानों को लेकर क्या कहेंगे, इस पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘मैं एक लाइन में कहूंगा ये सस्ती लोकप्रियता वाले लोग हैं. जब इस्लाम नहीं पैदा हुआ था, उससे पहले से कुंभ हो रहा है. इस प्रकार का बयान देकर वे क्या कहना चाहते हैं. कुंभ पहले आया या इस्लाम, वो जो मुल्ला मौलवी बोलते हैं, उनसे ये सवाल कर लीजिए, जो इसका समर्थन कर रहे हैं वो तुष्टिकरण कर रहे हैं और इसीलिए पाताल की तरफ जा रहे हैं, भाजपा आकाश की ओर जा रही है, कमल खिल रहा है.’

-भारत एक्सप्रेस



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