चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
Chinese Spy Balloon: अमेरिका के कई इलाकों में चीनी ‘जासूसी गुब्बारे’ (Spy Balloon) के दिखाई देने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़े हुए हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर इन ‘जासूसी गुब्बारों’ को मार गिराया गया था. इस बीच अब एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि भारत-जापान समेत कई देशों को निशाना बनाते हुए ड्रैगन ने गुब्बारे संचालित किए हैं. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन गुब्बारों के जरिए इन देशों की सैन्य जानकारियां जुटाई गई हैं.
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में एक ऐसा ही दावा किया गया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इन गुब्बारों का इस्तेमाल पीएलए इन देशों की निगरानी के लिए करती है. ये काम हैनान प्रांत से किया जाता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने भारत-जापान, फिलिपींस, वियतनाम समेत सामरिक रुचि के देशों की जासूसी की है.
5 देशों में इन गुब्बारों को देखा गया
इस रिपोर्ट में नाम न बताने की शर्त पर अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अब तक 5 देशों में इन गुब्बारों को देखा गया है. चीनी गुब्बारे को गिराए जाने की जानकारी यूएस के डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट वेंडी शर्मन ने 40 दूतावासों के अधिकारियों को दी ताकि इस संभावित खतरे के बारे में वे अपने सहयोगियों को आगाह कर सकें. जापान के साथ भी यह जानकारी शेयर की गई है जिसकी सैन्य क्षमताओं को चीन टार्गेट करता रहता है.
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एक अन्य अधिकारी के मुताबिक चीन इन गुब्बारों में पुरानी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है. लेकिन ये लेटेस्ट कम्युनिकेशन और सर्विलांस क्षमताओं से लैस है. बता दें कि अमेरिका ने दक्षिण कैरोलाइना तट पर अटलांटिक महासागर में चीन के एक निगरानी गुब्बारे को मार गिराया था. इसके पहले अमेरिकी हवाई क्षेत्र में देखे गए गुब्बारे को न मार गिराने के कारण बाइडेन प्रशासन को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. वहीं, चीन ने उसके असैन्य मानवरहित यान के खिलाफ ‘‘बल प्रयोग’’ पर कड़ी आपत्ति जताई और अमेरिका को इसके अंजाम भुगतने की धमकी भी दी. दोनों देशों के बीच इस घटना के बाद तनाव बढ़ा हुआ है.
-भारत एक्सप्रेस
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