हरिनारायण राजभर
Umesh Pal Murder Case: बीजेपी पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने विवादित बयान देते हुए कहा कि माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद को जेल से निकाल कर पुलिस मुठभेड़ में मार डालना चाहिये. हरिनारायण राजभर ने आगे कहा कि जो भी पुलिस अधिकारी यह काम करेगा उसके लिए ‘स्वर्ग का द्वार’ खुल जाएगा.
मऊ जिले की घोसी सीट से भाजपा के पूर्व सांसद राजभर ने पत्रकारों से कहा कि अतीक अहमद ने जेल में रहते हुए षड्यंत्र करके उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कराई है. अतीक अहमद ने सैकड़ों लोगों की हत्या की है. गरीबों की जमीनों पर जबरन कब्जा किया है. राजभर ने कहा कि अतीक अहमद को आज मुठभेड़ में मारे जाने का भय है, उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी शूटरों का एनकाउंटर होना चाहिए. अतीक अहमद को भी जेल से निकाल कर मुठभेड़ में मार देना चाहिए.
पूर्व सांसद राजभर ने यह भी कहा कि जो अधिकारी अतीक अहमद को मुठभेड़ में मारेगा, भविष्य में उसके लिये स्वर्ग का दरवाजा खुल जाएगा. अतीक अहमद हाल ही में अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. एक याचिका में अतीक ने आशंका जाहिर की है कि यूपी पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में उसकी हिरासत मांगेगी और अहमदाबाद जेल से प्रयागराज ले जाते हुए रास्ते में फर्जी मुठभेड़ में उसे मार देगी.
राम गोपाल यादव के बयान को लेकर साधा निशाना
भविष्य में अतीक अहमद के बेटे को फर्जी मुठभेड़ में मार दिए जाने की सपा के महासचिव रामगोपाल यादव की आशंका के संबंध में भी राजभर से सवाल किया गया, तो इस पर बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि राम गोपाल यादव ने अपनी सरकार में इन अपराधियों को जन्म दिया, अपराध करना सिखाया, वह आज भी इन अपराधियों के समर्थन में बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव का परिवार ऐसे तत्वों को बढ़ावा देता है और उन्होंने सपा के नेताओं पर हत्याओं का व्यापारी होने का आरोप लगाया.
ओपी राजभर को भी घेरा
पूर्व सांसद ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर भी निशाना साधा. उन्होंने ओपी राजभर को ‘अपराधियों का साथी’ बताया और कहा कि उन्हें तो बहुत पहले ही जेल चले जाना चाहिए था.हरिनारायण राजभर ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर और उनके बेटे व्यापारियों एवं चिकित्सकों से धन उगाही कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वे पुलिस की सुरक्षा में ये अपराध कर रहे हैं। अगर इस समय सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो निकट भविष्य में प्रयागराज जैसी और घटनाएं होने की आशंका है.”
बता दें कि उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक के दो गुर्गों को यूपी पुलिस ने अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया है. एक ओर जहां पुलिस का कहना है कि उसने जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाई गईं, वहीं विपक्षी दलों सपा और बसपा ने इस पर सवाल उठाए हैं.
-भारत एक्सप्रेस