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कूड़े के पहाड़ पर ग्रीन कार्पेट? फोटो शेयर कर मनोज तिवारी ने CM केजरीवाल को बताया ‘राजा साहेब’

Delhi: तस्वीर में दिख रहा है कि अरविंद केजरीवाल जब भलस्वा लैंडफिल का मुआयना कर रहे थे तब उनके चलने के लिए ग्रीन कार्पेट बिछाई गई थी. 

Delhi: दिल्ली के कूड़े के पहाड़ उसके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं. गर्मी और बरसात के दिनों में तो इसके पास में रहने वाले लोगों का जीना बेहाल हो जाता है. इससे न केवल भंयंकर बदबू उठती है बल्कि तमात तरह की बीमारियां भी फैलती हैं. इसे लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में आए दिन एक दूसरे पर आरोप लगाए जाते हैं. अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इन कूड़ें के ढेर से लोगों को निजात दिलाने के लिए खुद इनका निरीक्षण कर रहे हैं.

कल गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा किया. ओखला लैंडफिल साइट के बाद सीएम केजरीवाल का यह दूसरा दौरा था. अरविंद केजरीवाल ने साइट से कचरे के निस्तारण के तरीकों को समझते हुए इसे लेकर एमसीडी को अपनी रफ्तार दोगुनी करने का निर्देश दिया, जिससे अगले साल मार्च-अप्रैल तक पूरा कूड़ा खत्म हो सके. इस मौके पर एमसीडी की मेयर शैली ओबेराय, शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज,  एमसीडी कमिश्नर, डिप्टी मेयर आले इकबाल, समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

BJP ने साध केजरीवाल पर निशाना

केजरीवाल के भलस्वा लैंडफिल के दौरे को लेकर भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. अरविंद केजरीवाल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में दिख रहा है कि अरविंद केजरीवाल जब भलस्वा लैंडफिल का मुआयना कर रहे थे तब उनके चलने के लिए ग्रीन कार्पेट बिछाई गई थी.  इसे लेकर BJP सांसद मनोज तिवारी ने ट्वीट किया है कि, लैंडफिल साइट का visit किया तो ग्रीन कारपेट लगाकर चले.. क्योंकि राजा हैं साहेब.. हद है AAP की @ArvindKejriwal जी.

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केजरीवाल ने बताया अपने कामों को

इसे लेकर केजरीवाल ने बताया कि ‘भलस्वा लैंडफिल साइट पिछले 30 सालों में एक बड़ा कूड़े का पहाड़ बन गया है. दिल्ली के हर इलाके से कूड़ा यहां आता है. भलस्वा लैंडफिल के कूड़े के पहाड़ को हटाने का कार्य चल रहा है. दिसंबर 2023 तक हम लोगों ने 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा हटाने का टार्गेट रखा है. लैंडफिल साइट पर जो नया कूड़ा आ रहा है, उसके लिए अलग से इंतजाम किया गया है. भलस्वा लैंडफिल साइट 28 साल पुरानी है, जोकि 70 एकड़ में फैली है.



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