अशरफ-सद्दाम (फोटो सोशल मीडिया)
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड मामले में लम्बे समय से फरार माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के भाई अशरफ अहमद के साले सद्दाम पर एक लाख का इनाम घोषित कर दिया गया है. उस पर रंगदारी मांगने, षडयंत्र रचने, धमकी देने और साक्ष्य मिटाने का आरोप हैं. जैसे ही उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी वह फरार हो गया. फिलहाल पुलिस उसकी तलाश में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. पहले उस पर 50 हजार का इनाम था.
बता दें कि प्रयागराज में बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल के अहम गवाह उमेश पाल व दो पुलिसकर्मियों के हत्याकांड के बाद सात मार्च को बिथरी चैनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. प्राथमिकी में अशरफ के साथ उसके साले सद्दाम, गुर्गे लल्ला गद्दी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हे, जेल वार्डन शिवहरि अवस्थी, जेल अधिकारी व कर्मचारी, अशरफ के अन्य साथी नाम पता अज्ञात को नामजद किया गया था. इसके बाद से ही वह फरार है.
सूत्रों के मुताबिक, अशरफ के जेल में रहने के दौरान आरोपित सद्दाम ने बारादरी के फाइक एनक्लेव में ठिकाना बनाया था. अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम के विरुद्ध शुक्रवार को एक लाख रुपये इनाम की घोषणा कर दी गई. एडीजी जोन पीसी मीना ने आरोपित पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली जिला जेल में बंद था.
इस राज्य में मिली थी आखिरी लोकेशन
बता दें कि हैदराबाद के बाद कर्नाटक में सद्दाम की आखिरी लोकेशन मिली थी. सुराग ना लगने पर 13 अप्रैल को एसएसपी प्रभाकर चौधरी आरोपित सद्दाम के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित किया था. इसके बाद आइजी रेंज डॉ. राकेश सिंह ने इनामी राशि बढ़ाकर 50 हजार कर दी थी. अब एडीजी ने उसे बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है.
कुल 9 आरोपित हैं सलाखों के पीछे
बताया जाता है कि साला सद्दाम अपने जीजा अशरफ का मुख्य कर्ता-धर्ता रहा है. पुलिस की जांच में अब तक सामने आ चुका है कि आरोपित ने बरेली में रहकर बड़े पैमाने पर नेटवर्क खड़ा किया, फिर जमीन के धंधे में उतर गया. कई प्रापर्टी डीलरों से उसके लेन-देन की बात उजागर हुई है. आरोपित से जुड़े गुर्गे व मददगार लल्ला गद्दी, राशिद, फुरकान नबी, सरफुद्दीन, जेल वार्डन शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हें समेत नौ आरोपित वर्तमान में सलाखों के पीछे हैं. पुलिस ने मामले में चार्जशीट लगाने की तैयारी भी पूरी कर ली है. वहीं अभियुक्त सद्दाम पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ व पुलिस टीमें लगी हैं.
Reward on the arrest of Saddam, brother-in-law of gangster-turned-politician Atiq Ahmed's brother Ashraf, increased to Rs 1 lakh from Rs 50,000. He is wanted in a case registered at Bithri Chainpur police station: UP Police
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 29, 2023
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हत्या की योजना बनाता था सद्दाम
सद्दाम की गिरफ्तारी को लेकर उनके के नेतृत्व में एसआईटी और पुलिस की टीम बरेली से रवाना हो गई हैं. पुलिस टीम उसकी तलाश में लगी हुई है. बरेली के क्षेत्राधिकारी आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में रहने वाला सद्दाम बरेली के बिथरी चैनपुर और बारादरी थाना पुलिस की वांछित अपराधियों की सूची में है. बरेली की जिला जेल में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ पिछले ढाई साल से अधिक समय तक बंद रहा था. उसी दौरान जिला जेल में बंद अशरफ का साला सद्दाम और उसके गुर्गे जेल अधिकारियों की मदद से गैरकानूनी तरीके से मुलाकात करते थे. मुलाकात के दौरान ही अतीक अहमद का भाई अशरफ और उसका साला सद्दाम और अन्य साथियों के साथ मिलकर गवाहों, अभियोजन पक्ष और पुलिस अधिकारियों की हत्या की योजना बनाता था.
शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम की भी तलाश की गई तेज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की बीवी शाहिस्ता परवीन और बमबाज गुड्डू मुस्लिस अब तक फरार है. तमाम ठिकानों पर दबिश देने के बाद भी पुलिस के हाथ दोनों नहीं लगे हैं. दोनों की गिरफ्तारी के मद्देनजर पुलिस की टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही है. शुक्रवार को इनपुट मिला था कि शाइस्ता दिल्ली की स्थानीय कोर्ट में सरेंडर कर सकती है, इसलिए UPSTF की एक टीम दिल्ली पर भी नजर गड़ाए हुए है.
बता दें कि हत्याकांड मामले में अब तक अतीक के बेटे असद सहित कई गुर्गे मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं तो वहीं अतीक और अशरफ को बदमाशों ने उस वक्त गोली मारकर ढेर कर दिया था जब उसे 15 अप्रैल की रात को मेडिकल कराने के लिए प्रयागराज के एक अस्पताल में ले जाया जा रहा था. इस मामले में भी पुलिस छानबीन कर रही है. हालांकि हत्या करते ही तीनों बदमाशों ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था.
-भारत एक्सप्रेस