प्रतीकात्मक तस्वीर
Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) के दौरान बजरंग दल (Bajrang Dal) पर बैन लगाने के कांग्रेस के वादे पर घमासान छिड़ा हुआ है. इसको लेकर जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच बयानबाजी जारी है, वहीं अब बजरंग दल और विहिप ने देशभर में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने का ऐलान किया है.
वीएचपी के महासचिव मिलिंड परांडे ने कहा कि कांग्रेस और अन्य संगठनों की सद्बुद्धि के लिए हमने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है. कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए परांडे ने कहा कि यह पार्टी देश विरोधी ताकतों और आतंकियों की वकालत और प्रचार करने के लिए उतरती है.
कांग्रेस पर हमलावर विहिप
मिलिंड परांडे ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए वादे का जिक्र करते हुए कहा कि इसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल समेत कई राज्यों में कांग्रेस ने बजरंग दल को बैन करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बजरंग दल जैसे राष्ट्रवादी संगठन की तुलना एक राष्ट्रविरोधी और आतंकी संगठन पीएफआई से करना विचित्र है. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज इस मांग के लिए लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाएगा.
इस बीच, बेंगलुरु में बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा था, जिसे चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बीच में बंद करा दिया. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने चुनाव से पहले लागू धारा 144 का हवाला देते हुए हनुमान चालीसा का पाठ बंद कराया.
सीएम बसवराज बोम्मई ने भी किया हनुमान चालीसा का पाठ
वहीं आज कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई भी बजरंगबली की शरण में पहुंचे. सीएम बोम्मई ने हुबली में अपने समर्थकों के साथ विजय नगर के हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हुबली में VHP कार्यकर्ताओं के साथ नागशेट्टीकोप्पा हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. बता दें कि कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल और ‘बजरंगबली’ का मुद्दा छाया हुआ है. इसको लेकर सियासत गरमाई हुई है.