मृतक अधिवक्ता की फाइल फोटो
विशाल सिंह
Gonda News: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां पर जमीन घोटाले के आरोपी अधिवक्ता की पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत के मामले में एसपी के निर्देश पर एक दारोगा समेत से 6 पुलिसकर्मियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसको लेकर अधिवक्ता कई दिनों से आंदोलन कर रहे थे और कार्रवाई की मांग पर अड़े थे.
बता दें कि बहुचर्चित जमीन घोटाले के आरोपी अधिवक्ता राजकुमार लाल श्रीवास्तव को पुलिस बीते 10 मई को रामपुर से गिरफ्तार करके गोंडा लाई थी. पुलिस का तर्क है कि शौच के बहाने गए अधिवक्ता ने शौचालय में रखा एसिड पी लिया था. आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने अधिवक्ता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर हालत नाजुक होने पर उसे लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
वहीं अधिवक्ता के भाई पवन श्रीवास्तव का आरोप है कि वहां के डॉक्टरों के मना करने के बावजूद भी नाजुक हालत में ही मेरे भाई को पुलिस जबरन वहां से डिस्चार्ज करा कर गोंडा ले आई थी. न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद बिना जांच पड़ताल कराए मेरे भाई को जेल भेज दिया गया. इसके बाद भाई को इलाज के लिए जिला अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया, जहां पर इलाज के दौरान पुलिस के प्रताड़ित किए जाने से मेरे भाई राजकुमार लाल श्रीवास्तव की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई.
पुलिस सुलह का बना रही है दबाव
अधिवक्ता के भाई ने आरोप लगाया है कि पुलिस इस पूरे मामले में सुलह के लिए दबाव बना रही है. मृतक अधिवक्ता के भाई ने परिवार को जानमाल का खतरा बताया है. बता दें कि अधिवक्ता के भाई पवन श्रीवास्तव ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए तहरीर में कहा था कि भाई की मौत के मामले में पुलिस उन पर और परिवार पर सुलह करने का दबाव बना रही है, जिससे पूरे परिवार को जान माल का खतरा है.
-भारत एक्सप्रेस