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विमान अपहरणकर्ता गजिंदर ने फेसबुक पोस्ट से पाकिस्तान को किया बेनकाब

विमान अपहरणकर्ता गजिंदर ने फेसबुक पोस्ट से पाकिस्तान को किया बेनकाब

विमान अपहरणकर्ता गजिंदर ने फेसबुक पोस्ट से पाकिस्तान को किया बेनकाब

नई दिल्ली साल 1981 में इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक करके लाहौर ले जाने वाले गजिंदर सिंह ने पाकिस्तान में अपनी लोकेशन का खुलासा किया है. उसने सोशल मीडिया पर बाकायदा एक पोस्ट शेयर किया है, जिससे उसके मौजूदा ठिकाने का पता चल रहा है. गजिंदर का ताल्लुक कट्टरपंथी संगठन खालसा से है जो खालिस्तान मूवमेंट से भी जुड़ा हुआ है. हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तान हमेशा गजिंदर के पाकिस्तान में होने की बात से साफ इंकार करता रहा है.

गजिंदर खु को आतंकी संगठन खालसा का सहसंस्थापक बताता रहा है. उसने सोमवार को फेसबुक पर अपनी जो पोस्ट शेयर की उससे पता चलता है कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसन अब्दाल के गुरुद्वारा पनिया साहब से जुडा हुआ है. गजेंदर की फेसबुक पोस्ट से पाकिस्तान एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है क्योंकि वह कहता आया है कि हमारा देश आतंकियों को पनाह नहीं देता.

4 दशक पहले 29 सितंबर 1981 को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से अमृतसर के राजा सांसी हवाईअड्डे के लिए एक इंडियन एयरलाइंस बोइंग 737 यात्रियों को लेकर उड़ान भरने के लिए तैयार था. लेकिन गजिंदर सिंह के नेतृत्व में दल खालसा के 5 आतंकवादियों ने इस विमान का अपहरण कर लिया था. विमान को अपहरण कर पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट पर ले जाया गया था. उस विमान में 6 पायलट समेत 111 यात्री सवार थे.

गजिंदर सिंह खालिस्तान मूवमेंट को हवा दे रहा था

इंडियन एयरलाइंस के एक प्लेन को हाईजैक कर कट्टरपंथी संगठन का प्रमुख गजिंदर सिंह अलग सिंख देश खालिस्तान बनाने की मांग कर रहा था. गजिंदर ने पाकिस्तान में भारत के तत्कालीन राजदूत नटवर सिंह से बात करके अपनी मांगों को रखा था. उसने खालिस्तान आंदोलन से जुडे अपने खास साथी जरनैल भिंडरावाले और दूसरे कट्टरपंथियों की रिहाई के अलावा 500,000 डॉलर की भी मांग की थी.

मोस्टवांटेड लिस्ट में शामिल था गजिंदर सिंह

आजीवन कारावास की मिली थी सजा

भारत से अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहे गजिंदर सिंह को प्लेन हाईजैक करने के केस  में 14 साल के आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. 14 साल का आजीवन करावास पूरा करने के बाद गजिंदर सिंह और उसके साथी 1994 में जेल से आजाद हो गए थे. भारत ने अनेकों बार पाकिस्तान सरकार से उसे भारत के हवाले करने की मांग की थी लेकिन पाकिस्तान ने इसमें कोई गंभीरता नहीं दिखाई .साल 2002 में भारत की तरफ से जारी की गई 20 मोस्टवांटेड आतंकवादी की लिस्ट में गजिंदर सिंह का भी नाम शामिल था.

–आईएएनएस



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