भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों की लड़ाई जारी है. डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने का ऐलान कर दिया. जिसको लेकर पूरे देश में हलचल पैदा हो गई. बीते मंगलवार को पहलवान अपने मेडल लेकर हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी पहुंचे. जहां किसान नेता नरेश टिकैत ने पहलवानों को मेडल गंगा में फेंकने से रोकते हुए उनसे मेडल ले लिए. नरेश टिकैत ने इस दौरान बीजेपी पर सांसद बृजभूषण सिंह को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि खिलाड़ियों ने देश का मान बढ़ाया है. इसलिए हम उनका सिर नीचा नहं होने देंगे.
45 दिनों में चुनाव नहीं हुए तो सस्पेंड हो सकता है कुश्ती महासंघ
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पहलवान पिछले काफी समय से दिल्ली स्थित जंतर-मतंर पर धरना दे रहे थे. पहलवानों की मांग है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा दें और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. अब पहलवानों के समर्थन में कुश्ती के सबसे बड़े संगठन ने भी हुंकार भर ली है. यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पहलवानों को हिरासत में लिए जाने और आरोपी सांसद की गिरफ्तारी ना होने की कड़ी निंदा की है. संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगले 45 दिनों के भीतर कुश्ती महासंघ का चुनाव नहीं होता है तो उसे सस्पेंड किया जा सकता है.
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने जांच पर परिणामों पर जाहिर की चिंता
यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने अब तक हुई जांच के परिणामों को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है. इसके अलावा यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने बयान जारी करते हुए ये भी कहा कि पहलवानों के साथ हो रहा दुर्व्यहार कतई उचित नहीं है. पहलवान शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन उन्हें हिरासत में लिया गया. अभी तक यौन शोषण के आरोपों की चल रही जांच के जो परिणाण आए हैं वो भी चिंताजनक हैं.
बृजभूषण सिंह को बचा रही बीजेपी- नरेश टिकैत
सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी ना होने से नाराज पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया था. जिसके बाद साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट मेडल लेकर बीते मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे थे, लेकिन भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने हर की पौड़ी पहुंचकर पहलवानों को मेडल गंगा में बहाने से रोक दिया. साथ ही नरेश टिकैत ने मेडल ले लिए. नरेश टिकैत ने बीजेपी पर आरोपी सांसद को बचाने का आरोप लगाया.
क्या पहलवानों ने न्याय मांगकर अपराध कर दिया है ?
गौरतलब है कि, पहलवानों ने मेडल गंगा में बहाने को लेकर सोशल माीडिया पर एक पत्र शेयर किया था. जिसमें पहलवानों ने लिखा है कि ‘हमारे साथ 28 मई को जो हुआ उसे पूरे देश ने देखा. हम ऐसा महसूस कर रहे हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है. क्या पहलवानों ने न्याय मांगकर अपराध कर दिया है ?
वहीं इस पूरे मामले पर बृजभूषण शरण सिंह ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच होने दीजिए. पहलवानों की मांग पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. जांच में अगर कुछ भी गलत मिलता है तो खुद गिरफ्तारी दे दूंगा.
-भारत एक्सप्रेस
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