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दुनिया की सबसे अजीबो-गरीब डिश जिसके लिए जापानी हो रहे पागल, बगलों के पसीने से की जा रही तैयार

जापानी राइस बॉल्स को जिसे दुनिया ओनिगिरी के नाम से जाना जाता है. इसे सिर्फ जापान के लोग ही नहीं पूरी दुनिया नाश्ते के रूप में खाती है. लेकिन जापान में इस डिश का फिलहाल एक नया वर्जन लोगों के बीच चर्चा में है, आइए जानते हैं क्या?

Japanese Dish Rice Bowl

Japanese Dish Rice Bowl

भारत में ऐसी कई डिशेस बनाई जाती हैं, जिनके बारे में सोचते ही लोग चटकारे भरने लगते हैं. लेकिन वहीं दूसरी तरफ दुनिया की कुछ ऐसी जगह हैं, जहां अजीबो गरीब व्यंजन बनाए और खाए जाते हैं, जिनके बारे में जानकार आप दंग रह जाएंगे. ऐसे ही एक डिश है जापानी राइस बॉल्स जिसे दुनिया ओनिगिरी के नाम से जाना जाता है. इसे सिर्फ जापान के लोग ही नहीं पूरी दुनिया नाश्ते के रूप में खाती है.

क्यों चर्चा में है ये जापानी डिश

जापान की ये डिश सुशी चावल से बने होते हैं और नोरी सी-वुड रैपर में रैप्ड किया जाता है. लेकिन जापान में इस डिश का फिलहाल एक नया वर्जन लोगों के बीच चर्चा में है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान क्योंकि टेस्टी सी दिखने वाली ये डिश को अब पसीने से तैयार की जा रही है.

कैसे तैयार की जा रही है ये डिश?

इस नई तरह के ओनिगिरी को बनाने के लिए सभी सामग्रियों और उनके संपर्क में आने वाले शरीर के हिस्सों को डिसइंफेक्टेड किया जाता है. इसके नॉर्मल तरीके से राइस बॉल बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है और जब इसे गूंथने की बारी आती है तो इसे आकार देने के लिए हाथों का नहीं बल्कि अपनी बगलों का इस्तेमाल करते हैं ताकि इस राइस बॉल में वो पसीना भी आ जाए, जिस कारण ये और भी ज्यादा टेस्टी हो जाए. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि कौन उपयोग करते हैं, एक अजीब पाक ट्विस्ट जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

पसीने के लिए करवाया जाता है ये काम

इसके लिए पहले लड़के और लड़कियों को जिम में एक्सरसाइज करवाया करवाया जाता है ताकि वो पसीने से बिल्कुल तरबतर हो जाए और फिर उनके आगे ये तैयार राइस बॉल रख देते हैं. जिसे वो अपनी बांह से तैयार करते हैं. इसके अलावा इसमें समुद्री शैवाल की एक परत में लपेटा जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ रेस्तरां खुले तौर पर इस प्रक्रिया का प्रदर्शन करते हैं, ग्राहकों को रसोई में जाने की अनुमति देकर गर्व से अपने स्टार शेफ और अनूठी तकनीक का प्रचार करते हैं

रिसर्च को हुआ खुलासा

अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि पसीने वाले राइस बॉल क्यों खिलाए जा रहे हैं तो इसको लेकर एक रिसर्च हुआ था, जिसमें ये पाया गया कि 2013 के एक अध्ययन में पाया गया कि शरीर के बगलों के पसीने में एक विशिष्ट फेरोमोन होता है जिसे सूंघने या चाटने पर मानवीय भावनाओं में सुधार हो सकता है. हालांकि जैसे ही डिश वायरल हुई इसको लेकर पूरी दुनिया में चर्चा छिड़ गई है.



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