Israel-Hamas War
Israel-Hamas War: फिलिस्तीन के हमास और इजरायल के बीच जंग में अब तक 700 से अधिक लोगों की मौत हुई है. दोनों देशों की ओर से ताबड़तोड़ रॉकेट दागे जा रहे हैं. धीरे-धीरे शहर मलबे में तब्दील हो रहा है. लोग अपने घरों को छोड़कर बंकरों में छुपने को मजबूर हैं. बेशक इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर दी है, लेकिन दुनिया अब भी इसे आतंकी हमले के रूप में ही देख रही है. बीते शनिवार को हमास ने महज 20 मिनट में इजरायल पर 5000 से अधिक रॉकेट दागे. जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी को निशाना बनाया. हमास के कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया गया. दुनियाभर के देशों ने इजरायल और फिलिस्तीन को लेकर अलग-अलग विचार स्पष्ट किए हैं.
बता दें कि फिलिस्तीन के हमास और इजरायल में जंग के बीच दुनिया लगभग दो खेमे में बंट गई है. अमेरिका, फ्रांस और यूके ने इजरायल का साथ दिया है. वहीं ईरान ने फिलिस्तीन को खुला समर्थन दिया है. ईरान ने हमास को इस हमले के लिए बधाई दी है. कतर ने इजरायली सेना को फिलिस्तानी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है तो पाकिस्तान ने भी इस हमले का खुलकर समर्थन किया है. आइये जानते हैं कि किस देश ने क्या कहा:
तुर्की का नरम रुख
सबसे ज़्यादा चौंकाने वाला रुख़ तुर्की का रहा है. आमतौर पर इजरायल पर हमलावर तेवर अपनाने वाले तुर्की ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. उसने इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर चिंता जताते हुए इलाक़े में जल्द से जल्द शांति बहाल करने की अपील की है. तुर्की के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘’हिंसा बढ़ने का किसी भी पक्ष को फ़ायदा नहीं होगा. तुर्की हालात काबू करने में सहयोग देने के लिए हमेशा तैयार है. इस दुखद घटनाक्रम ने साबित कर दिया है कि इजरायल और फिलिस्तीन दो राष्ट्र हैं.”
कतर ने क्या कहा?
क़तर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, ’’क़तर एक बार फिर सभी पक्षों से संघर्ष को आगे न बढ़ाने की अपील करता है. दोनों पक्ष पूरी तरह हिंसा छोड़ दें ताकि ये इलाक़े और बड़ी हिंसा के दुश्चक्र में न फंस जाए.’’ क़तर ने कहा है कि वो संबंधित पक्षों से संवाद बनाए हुए है ताकि शांति और स्थिरता बहाल करने की अंतरराष्ट्रीय कोशिश को समर्थन मिल सके.
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मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ खड़े हैं: भारत
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”इजरायल में हुए आतंकवादी हमले की ख़बर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं और दुआएं हमले के पीड़ित लोगों और मारे गए लोगों के परिवार के साथ हैं. हम इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ खड़े हैं.”
इजरायली सरकार के साथ संपर्क में है: अमेरिका
इजरायल पर हमास के इस हमले का अमेरिका निंदा करता है. हम इजरायल के साथ दृढ़ता के साथ खड़े हैं. अमेरिकी अधिकारी इजरायली सरकार के साथ संपर्क में है. हर संभव मदद की जाएगी.
ईरान
ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई के सलाहकार ने इसराइल में फिलिस्तीनी लड़ाकों के हमले का समर्थन किया है. आईएसएनए न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़, रहीम सफवी ने कहा कि हम फिलिस्तीनी लड़ाकों को मुबारकबाद देते हैं. उन्होंने कहा कि यरूशलम और फिलिस्तीन की आज़ादी मिलने तक हम फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ हैं.
ब्रिटेन ने की हमलों की कड़ी निंदा
विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने कहा कि ब्रिटेन ने भी शनिवार को इज़रायल पर हमास के हमले की कड़ी आलोचना की है. ब्रिटेन इजरायली नागरिकों पर हमास द्वारा किए गए भयानक हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करता है.
आगे के नुकसान को रोकने के लिए संयम बरतें- जापान
जापान के विदेश मंत्रालय ने हमास और अन्य फिलिस्तीनी सशस्त्र समूहों द्वारा इजरायली क्षेत्र में रॉकेट लॉन्च और सीमा पार हमलों की कड़ी निंदा की है. जापान ने सभी पक्षों से आगे के नुकसान को रोकने के लिए अत्यधिक संयम बरतने का आग्रह किया है.”
इज़राइल दोषी- कुवैत
कुवैत ने भी इज़राइल और फ़िलिस्तीनियों के बीच के घटनाक्रम पर अपनी “गंभीर चिंता” व्यक्त की और “ज़बरदस्त हमलों” के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से “कब्जे से उकसाने वाली हरकतें बंद करें” और “बस्तियों के विस्तार की नीति” को रोकने का आह्वान भी किया.
-भारत एक्सप्रेस
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