Narendra Modi, Prime Minister of India
भारत एक्सप्रेस
दिव्यांगजनों की सेवा और स्वाभिमान का अमृत दशक
आज का दिन अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस साल भारत के संविधान के 75 वर्ष भी पूर्ण हुए हैं। हमारा संविधान हमें समानता और अंत्योदय के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।बीते 10 वर्षों में हमने दिव्यांगजनों की उन्नति की मजबूत नींव रखी है।
भारत के रतन का जाना
रतन टाटा भारतीय उद्यमशीलता की बेहतरीन परंपराओं के प्रतीक थे. वो विश्वसनीयता, उत्कृष्टता औऱ बेहतरीन सेवा जैसे मूल्यों के अडिग प्रतिनिधि थे.
वेंकैया गारू- भारत की सेवा में समर्पित जीवन
1978 में आंध्र प्रदेश ने जब कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया था, तब वेंकैया जी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद एक युवा विधायक के रूप में जीतकर आए थे। पांच साल बाद, राज्य चुनाव में एनटीआर की लोकप्रियता अपने सर्वोच्च स्तर पर थी।
PM Modi ने अनुच्छेद 370 पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बताया ऐतिहासिक, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्प को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिएक्शन दिया है.
YouTube Fanfest India 2023: PM मोदी की यूट्यूबर्स से अपील, ‘जब मैं क्रिएटिव कम्यूनिटी के बीच हूं तो, हम सब साथ मिलकर…’
YouTube Fanfest: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूट्यूबर कम्युनिटी से स्वच्छता अभियान, डिजिटल पेमेंट और लॉकल फॉर वॉकल जैसे विषयों के प्रति लोगों को प्रेरित करने की अपील की है.
“हमें जी20 को दुनिया के अंतिम छोर तक ले जाना है, किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है” , पीएम मोदी ने की ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की बात
पीएम मोदी ने कहा कि डीपीआई का उपयोग करके हमने जो परिणाम प्राप्त किए हैं, उन्हें पूरी दुनिया देख रही है, उसके महत्व को स्वीकार कर रही है. अब, जी-20 के माध्यम से हम विकासशील देशों को डीपीआई अपनाने, तैयार करने और उसका विस्तार करने में मदद करेंगे, ताकि वो समावेशी विकास की ताकत हासिल कर सकें.
PM Narendra Modi- मदन दास में थी शब्दों के पीछे के भावों को पकड़ने की अद्भुत क्षमता, उनसे मिली सीख और उनके आदर्श हमारे मार्गदर्शक बने रहेंगे
PM Modi Blog: मदन दास जी की कई विशेषताओं में से एक थी शब्दों से आगे जाकर उन शब्दों के पीछे की भावनाओं को समझने की उनकी क्षमता. मृदुभाषी और हमेशा मुस्कुराते रहने वाले, वह घंटों की चर्चाओं को कुछ ही वाक्यों में संक्षेप में प्रस्तुत कर सकते थे.