सरकार ने संसद में बताया कि LPG के दाम क्यों बढ़े – पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैर मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकसभा में कहा कि 2014 में एलपीजी कनेक्शन 14 करोड़ थे, वे अब 32.5 करोड़ हो गए हैं. उज्जवला स्कीम 2016 में शुरू की गई थी जिसका उद्देश्य था 8 करोड़ लाभार्थियों को चूल्हा और गैस सिलेंडर देना. इसके बाद ये निर्णय लिया गया कि इन लाभार्थियों में 1 करोड़ और लोगों को जोड़ा जाना चाहिए. ये गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग थे. अब 9.60 करोड़ लोग इस स्कीम का लाभ ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि ईंधन की कीमत अंतरराष्ट्रीय आधार पर तय होती है, साउदी कॉन्ट्रेक्ट पाइस वैश्विक स्तर पर 303% पर पहुंच गया, ये 250 से 960 जा पहुंचा था. उस हिसाब से सरकार ने भारत में LPG की कीमत बहुत कम रखी है. भले ही इंटरनेशनल प्राइस 303 प्रतिशत बढ़ा हो, लेकिन भारत में हमने इसे केवल 28 प्रतिशत बढ़ाया है. उन्होंने यह भी कहा कि इस साल मई से हम इन लाभार्थियों के अकाउंट में सीधे 200 रुपए डाल रहे हैं.