डोनबास इलाके में जेलों में बंद यूक्रेनी लोगों को यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ने के लिए हथियार दिए गए हैं. रूसी अथॉरिटी के मुताबिक, यूक्रेनी कैदियों ने 24 सितंबर को यह इच्छा जताई थी. उनको ऐतिहासिक कोसाक (Cossack) बटालियन में भर्ती कराया गया है. 17वीं सदी में इस बटालियन ने कहर ढाया था. हजारों यहूदियों को मारने का इन पर आरोप है. पौलेंड से लड़ाई कर इस बटालियन ने तब यूक्रेन के जेपोरेजिया और दूसरे इलाके को आजाद कराकर तत्कालीन रूसी शासन में मिलाने में मदद की थी.