राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा कभी नहीं होता. अगर मैं सदन के बाहर, किसी पब्लिक मीटिंग या अपने ऑफिस में कुछ भी कहता हूं, तो सभापति या कोई और इसका संज्ञान नहीं लेना चाहिए. इसलिए मैंने जो भी कहा उसे हटा देना चाहिए, वापस लेना चाहिए. क्योंकि ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं होगा. मैं आग्रह करता हूं कि जो भी बाहर बोला गया है उसे यहां से हटा दिया जाए.
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