अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी
Adani Enterprises: अडानी एंटरप्राइजेज ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए अपने नतीजे जारी कर दिए हैं. नतीजों के मुताबिक, कंपनी का नेट प्रॉफिट 820 करोड़ रहा है. इस लिहाज से कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. हाल ही में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 35 फीसदी तक टूट गए थे.
वहीं मंगलवार को नतीजे जारी होने के बाद कंपनी के शेयरों में उछाल देखने को मिला. नतीजों के बाद कंपनी के शेयर 4 फीसदी तक बढ़े. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 11.63 करोड़ का नुकसान हुआ था. सालाना आधार पर खर्च 26,171 करोड़ हो गया है. ये एक साल पहले 19,047.7 करोड़ था. नतीजों के मुताबिक, दिसंबर की तिमाही में कंपनी के मार्जिन में भी सुधार हुआ है. सालाना आधार पर यह 4.1 से बढ़कर 6.1 हो गया है.
20 हजार करोड़ का FPO लिया था वापस
27 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का 20 हजार करोड़ का FPO जारी किया गया था. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद शेयर मार्केट में मचे हाहाकार के बीच यह एफपीओ फुल सब्सक्राइब्ड हुआ था. हालांकि, कंपनी ने बाजार में अस्थिरता का हवाला देते हुए एफपीओ वापस ले लिया था. अडानी एंटरप्राइजेज ने 20 हजार करोड़ रुपये के FPO को वापस लेने के साथ ही निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की थी.
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तब ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा था कि एफपीओ को पूर्ण अभिदान मिलने के बाद कल उसे वापस लेने के फैसले से कई लोगों को हैरानी हुई होगी, लेकिन कल बाजार में आए उतार-चढ़ाव को देखते हुए निदेशक मंडल को लगता है कि एफपीओ को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा. उन्होंने कहा था कि मौजूदा परिचालनों और भावी योजनाओं पर इस फैसले का कोई असर नहीं होगा. ॉ
अडानी ने कहा था कि हम परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी की बुनियाद मजबूत है. दूसरी तरफ, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर ली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने अमेरिका की सबसे महंगी लॉ फर्मों में से एक वॉचटेल को हायर किया है.
-भारत एक्सप्रेस