प्रतीकात्मक चित्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 2025 के लिए सूखे नारियल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने को मंजूरी दे दी है. इस फैसले के तहत किसानों के लिए 855 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए सरकार ने किसानों के लिए समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ काम किया है. आज किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया गया है. सूखे नारियल की मूल्य नीति को पांच दक्षिणी राज्यों के लिए 2025 के लिए मंजूरी दी गई है.”
सूखे नारियल के MSP में बढ़ोतरी
सरकार ने मिलिंग यानि टूटे हुए सूखे नारियल के लिए MSP में 420 रुपये की बढ़ोतरी कर इसे 11,582 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. वहीं, बॉल यानि साबुत सूखे नारियल का MSP 100 रुपये बढ़ाकर 12,100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
सरकारी बयान के अनुसार, 2014 में मिलिंग सूखे नारियल का MSP 5,250 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल सूखे नारियल का 5,500 रुपये प्रति क्विंटल था. अब 2025 के लिए इनकी कीमतों में 121% और 120% की वृद्धि दर्ज की गई है.
किसानों को मिलेगा प्रोत्साहन
सरकार ने कहा कि MSP में वृद्धि से नारियल उत्पादकों को बेहतर लाभ मिलेगा. यह किसानों को सूखे नारियल उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नारियल उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सकेगा.
राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (NCCF) सूखे नारियल और छिलका रहित नारियल की खरीद के लिए केंद्रीय नोडल एजेंसियां बनी रहेंगी. ये खरीद ‘मूल्य समर्थन योजना’ (PSS) के तहत की जाएगी.
रबी फसलों के MSP में भी बढ़ोतरी
हाल ही में केंद्र सरकार ने 2025-26 के लिए रबी फसलों के MSP में भी वृद्धि की थी. इसके तहत गेहूं का MSP 150 रुपये बढ़ाकर 2,425 रुपये प्रति क्विंटल, सरसों का 300 रुपये बढ़ाकर 5,950 रुपये प्रति क्विंटल और चने का MSP 210 रुपये बढ़ाकर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल किया गया था.
सरकार के ये फैसले किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से लिए गए हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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