CRYPTOCURRENCY
CRYPTOCURRENCY FRAUD : क्रिप्टोकरंसी हाल के दिनों में आयी सबसे नई मुद्रा है. क्रिप्टोकरंसी ( CRYPTOCURRENCY) में निवेश ( INVESTMENT IN CRYPTOCURRENCY ) करने को लेकर अभी भी सरकारें एक मत नहीं है. भारत की बात करें तो सरकार स्प्ष्ट सब्दों में इस करंसी से पल्ला झाड़ चुकी है वहीं RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ( RBI GOVERNOR SHAKTIKANTDAS ) ने भी क्रिप्टो को रेगुलेट करने की बात कही थी. लेकिन एक सच ये भी है कि पूरी दुनिया में लोग पैसा कमाने की रेस में दौड़ रहे हैं . जिसके चलते धड़ल्ले से क्रिप्टो में निवेश हो रहा है.
ये भी पढ़ें World Bank के बाद ADB ने भी कम किया भारत के विकास दर का अनुमान
मंगलवार को क्रिप्टो से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई. दरअसल पता चला है कि क्रिप्टो में फिशिंग ( FISHING FRAUD IN CRYPTOCURRENCY ) तेजी से बढ़ रही है. साइबर सुरक्षा फर्म कास्परस्की की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में फाइनेंशियल क्राइम्स में बड़े बदलाव हुए है. वक्त बीतने के साथ बैंकिंग पीसी और मोबाइल मालवेयर जैसे तरीके अब आम हो चुके हैं. अपराधी भी अब अपने लिए नए क्षेत्रों को तलास कर रहे हैं और इसी कड़ी में क्रिप्टो उनका नया शिकार बनकर उभरा है.
ये भी पढ़ें-इस साल SUV सेगमेंट पर होगा Maruti India का फोकस, 25 फीसदी मार्केट शेयर पर है कंपनी की नजर
2022 में क्रिप्टो के क्षेत्र में 5,040,520 अपाराधिक मामलों की पहचान की गई है. जबकि 2021 में यह 3,596,437 थी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सर्वे में शामिल हर सातवां व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी ( CRYPTOCURRENCY ) फिशिंग से प्रभावित था.
कैसे अंजाम दिया जाता है फ्रॉड-
रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रॉड करने के लिए क्रिप्टोहोल्डर को ईमेल के जरिए पीडीएफ फाइल मिलती है. जिसमें उनके क्रिप्टोकरेंसी क्लाउड माइनिंग प्लेटफॉर्म पर लंबे समय से होने की बात कही जाती है साथ ही बड़ी मात्रा में क्रिप्टो को तुरंत वापस लेने की जरूरत भी बताई जाती है. स्कैमर्स उनका खाता निष्क्रिय होने की बात करते हैं. इसके साथ ही ये भी बताया गया है कि लिंक में माइनिंग का गलत लिंक दिया जाता है जिससे कि लोग उनकी ठगी का शिकार हो जाते हैं.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.