

सरकारी स्वामित्व वाली खनन कंपनी एनएमडीसी (NMDC) ने अप्रैल महीने में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए लौह अयस्क उत्पादन में 15% की वृद्धि दर्ज की है. साथ ही, बिक्री में भी 3% की बढ़ोतरी हुई है. कंपनी ने रविवार को जारी बयान में बताया कि अप्रैल 2025 में उसका कुल उत्पादन 4 मिलियन टन (MnT) रहा, जो पिछले साल अप्रैल के 3.48 मिलियन टन की तुलना में कहीं अधिक है.
बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल में एनएमडीसी ने 3.63 मिलियन टन लौह अयस्क बेचा, जबकि अप्रैल 2024 में यह आंकड़ा 3.53 मिलियन टन था.
एनएमडीसी के सीएमडी अमिताभ मुखर्जी ने इस प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “अप्रैल का यह रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन, हमारे प्रमुख खदानों – किरंदुल, बचेली और डोनिमलाई – से सर्वश्रेष्ठ डिस्पैच आंकड़ों के साथ हासिल हुआ है. इनमें क्रमशः 12%, 4% और 88% की बढ़ोतरी हुई है, जो हमारी लीडरशिप को और मजबूत बनाता है. हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक हम 100 मिलियन टन की माइनिंग कंपनी बनें, और यह इसकी ठोस शुरुआत है.”
पेलेट उत्पादन में बना कीर्तिमान
इतना ही नहीं, कंपनी की पेलेट उत्पादन में भी नया कीर्तिमान बना. इस बार 0.23 लाख टन पेलेट का उत्पादन हुआ, जो अप्रैल महीने का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले 2018 में यह रिकॉर्ड बना था. गौरतलब है कि इस्पात मंत्रालय के अधीन काम करने वाली एनएमडीसी, भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी है.
इस बीच, एनएमडीसी से अलग होकर बनी एनएमडीसी स्टील लिमिटेड (NSL) ने भी अप्रैल में 8.5% मासिक बढ़ोतरी के साथ 2,30,111 टन हॉट मेटल उत्पादन दर्ज किया. मार्च में यह आंकड़ा 2,11,978 टन था. छत्तीसगढ़ में स्थित एनएसएल का 3 मिलियन टन क्षमता वाला नगर स्टील प्लांट, जिसे भारत की सबसे युवा स्टील इकाई कहा जा रहा है, 24,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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