प्रतीकात्मक तस्वीर
Tata Motors Increasing capex : Tata Motors ने सेमीकंडक्टर्स की कमी को दूर करने के लिए और अपने JLR और PV बिजनेस को मजबूत करने के लिए अपने कैपेक्स के खर्चों को बढ़ाने का निर्णय लिया है. कंपनी चालू वित्त वर्ष में केपेक्स में 27 फीसदी का इजाफा करने वाली है. जिसका मतलब है कि कंपनी इस साल केपेक्स खर्चों में लगभग 38000 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली है.
कहां होगा पैसे का इस्तेमाल – कंपनी ये कदम मुख्य रुप से जेएलआर का पोर्टफोलियो मजबूत बनाने के लिए उठा रही है. भविष्य को ध्यान में रकते हुए उठाए गए इस कदम से कंपनी आपूर्ति और निर्माण कार्य को सुनिश्चित करना चाहती है. कंपनी का कहना है कि इस राशि में से 30000 करोड़ रुपए JLR और 8000 करोड़ रूपए पैसेंजर्स व्हीकल बिजनेस में लगाया जाएगा. कंपनी इस साल के इस फंड को नए प्रोडक्ट्स और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और आंतरिक दहन इंजन वाहनों (आईसीईवी) के लिए प्लेटफॉर्म डेवलपमेंट और डीबॉटलनेकिंग के लिए इस्तेमाल करेगा.
ये भी पढ़ें- Byju’s के हाथ लगी बड़ी सफलता, अमेरिकी इंवेस्टमेंट फर्म Davidson Kempner करेगी $250 million का निवेश
शुक्रवार को टाटा मोटर्स ने पेश किये नतीजे-
टाटा मोटर्स ने शुक्रवार चौथी तिमाही के रिजल्ट्स का ऐलान कर दिया हैं. इस तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 5,407.79 करोड़ रुपए रहा. एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 1,032.84 करोड़ रुपए का नेट लॉस हुआ था. यानि अब कंपनी घाटे से मुनाफे में आ चुकी है. चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 1,05,932.35 करोड़ रुपए रिकॉर्ड किया गया, जबकि पिछले साल मार्च तिमाही में ये 78,439.06 करोड़ रुपए था यानि इस साल 35.05% का इजाफा हुआ है।
ये भी पढ़ें- आम आदमी को मिलेगा सस्ती दवाओं का तोहफा, सरकार ने किया नियम में बदलाव
निवेशकों को मिलेगा डिवीडेंड-
टाटा मोटर्स द्वारा प्रति ऑर्डिनरी शेयर पर 2 रुपए के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की है. AGM में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कंपनी शेयरहोल्डर्स को डिवीडेंट देगी.